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धीमी पड़ने लगी कोरोना की तीसरी लहर, जानिए कब से संक्रमण में आ सकती है तेज गिरावट

कोरोना संक्रमण के पीक पर पहुंचकर स्थिर होने की वजह बताते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पूरी दुनिया में ओमिक्रोन संक्रमण का ट्रेंड देखने से साफ पता चलता है कि पहले एक से डेढ़ हफ्ते तक यह धीरे-धीरे बढ़ता है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Thu, 27 Jan 2022 09:11 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 02:55 AM (IST)
धीमी पड़ने लगी कोरोना की तीसरी लहर, जानिए कब से संक्रमण में आ सकती है तेज गिरावट
संक्रमण की दर और नए मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी का सिलसिला रुक गया (फाइल फोटो)

नीलू रंजन, नई दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण दर में बढ़ोतरी थमती नजर आ रही है और अगले सप्ताह से इसमें तेज कमी आ सकती है। सबसे बड़ी बात यह है कि संक्रमण दर की बढ़ोतरी में गिरावट उस समय देखी जा रही है, जब देश के 541 जिले में संक्रमण की दर पांच प्रतिशत और 400 जिले में 10 प्रतिशत से अधिक पहुंच चुकी है। इससे संक्रमण के पीक पर पहुंचकर स्थिर होने का अंदाजा लगाया जा सकता है।

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कोरोना संक्रमण के पीक पर पहुंचकर स्थिर होने की वजह बताते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पूरी दुनिया में ओमिक्रोन संक्रमण का ट्रेंड देखने से साफ पता चलता है कि पहले एक से डेढ़ हफ्ते तक यह धीरे-धीरे बढ़ता है। फिर एक से डेढ़ हफ्ते तक यह तेजी से बढ़ता है और इसके बाद एक से डेढ़ हफ्ते तक इसकी बढ़ोतरी स्थिर रहती है। उसके बाद उसमें तेज गिरावट शुरू हो जाती है। भारत में भी दिल्ली, कोलकाता और मुंबई जैसे महानगरों और कई राज्यों में यही ट्रेंड देखने को मिल रहा है।

वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, 541 जिलों में संक्रमण की दर पांच प्रतिशत से अधिक पहुंचने से साफ है कि तीसरी लहर देश के अधिकांश भाग को अपनी चपेट में ले चुकी है। इसके एक सप्ताह पहले 19 जनवरी को भी 517 जिलों में संक्रमण दर पांच प्रतिशत से अधिक थी। पांच प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर वाले जिलों की संख्या में बढ़ोतरी के बावजूद कोरोना के नए मरीजों की संख्या बढ़ने के बजाय पिछले तीन दिनों से तीन लाख से कम पर बनी हुई है और उसमें लगातार गिरावट देखी जा रही है। वहीं संक्रमण की दर भी 18 प्रतिशत के आसपास बनी हुई है, जो संक्रमण के स्थिर होने का साफ संकेत है।

संक्रमण स्थिर होने का यह है कारण

संक्रमण स्थिर होने की असली वजह यह है कि दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बंगाल और ओडिशा जैसे राज्यों में संक्रमण कम होने लगा है। इन राज्यों में सबसे पहले संक्रमण बढ़ने की शुरुआत हुई थी। हालांकि, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, गुजरात, आंध्र प्रदेश और राजस्थान में संक्रमण दर में बढ़ोतरी देखी जा रही है।

साप्ताहिक संक्रमण की दर में इस तरह देखी जा रही गिरावट

दिल्ली- 29.1 से 14.7 प्रतिशत

उत्तर प्रदेश- 8.7 से 7.3 प्रतिशत

हरियाणा- 31 से 27 प्रतिशत

बंगाल- 23.8 से 9.5 प्रतिशत

ओडिशा- 16.1 से 13 प्रतिशत

महाराष्ट्र- 23.7 से 23.3 प्रतिशत

एक सप्ताह तक ऐसी ही रहेगी स्थिति

-स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, तीसरी लहर पीक पर पहुंच चुकी है और एक सप्ताह तक यह इसी स्थिति में बनी रहेगी।

-अगले एक सप्ताह तक राष्ट्रीय स्तर पर संक्रमण की दर और नए मरीजों की संख्या कमोबेश मौजूदा स्तर पर ही रहेगी।

-फरवरी के पहले सप्ताह से इसमें तेज गिरावट आनी शुरू हो जाएगी, जो महामारी की तीसरी लहर के खत्म होने की शुरुआत होगी।

-उसके बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानों और यात्रियों पर लागू प्रतिबंधों को हटाने का फैसला लिया जा सकता है। अन्य प्रतिबंध भी हटाए जा सकते हैं।


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