12 तरह के स्ट्रेन के साथ चीन में शुरू हुआ था कोरोना, WHO की टीम ने हासिल की जानकारी
वुहान से डब्ल्यूएचओ की टीम ब्लैड सैंपल लेना चाहती थी लेकिन चीन ने ऐसा करने से मना कर दिया। टीम ने यहां पर जांच में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की है। दिसंबर में कोरोना वायरस फैलने के दौरान वुहान में एक दर्जन से अधिक कोरोना के स्ट्रेन मिले थे।
नई दिल्ली, आइएएनएस। कोरोना के स्त्रोत की जानकारी करने चीन के वुहान शहर में गई विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम से चीन ने कई जानकारियों को छिपाया है। इसके बाद भी टीम ने महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर ली हैं। चीन में शुरूआती दौर में बारह तरह के स्ट्रेन के साथ कोरोना महामारी शुरू हुई थी। ज्ञात हो कि चीन ने अपने यहां के 174 शुरूआती मरीजों के डाटा देने से इन्कार कर दिया है, जो वैज्ञानिकों की टीम ने मांगे थे।
कई मीडिया रिपोर्ट से इस तरह की जानकारी मिल रही है कि डब्ल्यूएचओ की टीम ने वुहान में सीमित दायरे में काम किया। उसको हर जगह से सूचनाओं और आंकड़ों को इकट्ठा करने की स्वतंत्रता नहीं दी गई। सीएनएन के अनुसार टीम को यहां कई स्थानों पर इस तरह के संकेत मिले हैं कि दिसंबर 2019 के संबंध में वुहान में दी गई जानकारी से ज्यादा महामारी फैली है। यह जानकारी खुद टीम का नेतृत्व करने वाले वैज्ञानिक पीटर बेन एम्बारेक ने दी है। वैज्ञानिकों की यह टीम ब्लैड सैंपिल प्राप्त करना चाहती थी, लेकिन चीन ने ऐसा करने से मना कर दिया। टीम ने यहां पर जांच में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की है। दिसंबर में कोरोना वायरस फैलने के दौरान वुहान में एक दर्जन से अधिक कोरोना के स्ट्रेन मिले थे।
वैज्ञानिकों की टीम ने यहां दिसंबर 2019 के 13 विभिन्न तरीकों के सार्स-कोवी-2 के जेनेटिक सीक्वेंस हासिल किए हैं, जिनसे कोरोना के स्त्रोत के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की जा सकती है। इसके अलावा 2019 के मरीजों के मिले आंकड़ों को भी इस जांच में शामिल किया जा रहा है। एम्बारेक ने बताया कि अलग-अलग स्थानों से विभिन्न तरीके के जेनेटिक सीक्वेंस मिले हैं, इनमें से कुछ हुन्नान सी फूड मार्केट के भी हैं। टीम में 17 वैज्ञानिक थे। इनकी सहायता के लिए चीन ने अपने 17 वैज्ञानिक लगाए थे
इधर कोरोना को लेकर जूझ रहे देशों में अब हालात नियंत्रण में आते दिखाई दे रहे हैं। आस्ट्रेलिया के मेलबर्न में लॉकडाउन खोल दिया गया है। अभी यहां की सरकार ने ये जानकारी नहीं दी है कि आस्ट्रेलिया ओपन टेनिस टूर्नामेंट में दर्शकों की वही संख्या रहेगी, जो लॉकडाउन के दौरान पांच दिन पहले घोषित की गई थी। जापान में वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। इसी तरह से दक्षिण अफ्रीका में भी वैक्सीनेशन का काम शुरू किया जा रहा है। ब्रिटेन में अब आर्थिक स्थिति बहाल की जा रही है। जुलाई से पूरी तरह काम शुरू होने की संभावना है। पब और बार मई या जून में खोल दिए जाएंगे।