कोरोना वायरस के कारण श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा बंद, अंतरराज्यीय बसों पर भी लगी रोक
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर से आने और जाने वाली सभी अंतरराज्यीय बसों के परिचालन पर भी आज से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
कटड़ा, जेएनएन। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर पूरी सतर्कता बरती जा रही है। वायरस का असर विश्व प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी की यात्रा पर भी पड़ा है। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार ने श्री माता वैष्णो देवी यात्रा तत्काल स्थगित कर दी है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने बुधवार को इस संबंध में आदेश जारी करते हुए दोपहर करीब दो बजे सभी यात्रा रजिस्ट्रेशन कांउटर बंद कर दिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य, परिवार कल्याण मंत्रालय और जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा कोरोनवायरस के देश भर में बढ़ते मामलों को देखते हुए एहतियातन श्री माता वैष्णो देवी जी की यात्रा को बंद करने का फैसला लिया गया। अभी भी रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां माता के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। एेसे में उनकी सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए यह कदम उठाना पड़ा। बोर्ड के सीर्इआे रोमेश कुमार ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि स्थिति पूरी तरह सामान्य होने तक वे श्री माता वैष्णो देवी तीर्थस्थल पर न आएं। हालांकि इस दौरान भी पवित्र गुफा तीर्थ में पूजा, आरती और अन्य अनुष्ठान हमेशा की तरह आयोजित किए जाएंगे।
यात्रा रजिस्ट्रेशन काउंटर दोपहर दो बजे के करीब एकाएक बंद होने की वजह से माता के दर्शनों के लिए देश के विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालु काफी मायूस हुए। हालांकि सुबह पांच बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक 8500 के करीब श्रद्धालु यात्रा के लिए पंजीकरण करवा चुके थे। बोर्ड के अनुसार जिन श्रद्धालुओं ने यात्रा पंजीकरण करवा लिया है, वे यात्रा पर जा सकते हैं। बोर्ड ने जम्मू व कटड़ा में स्थित रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद करने के साथ आन लाॅइन सेवाएं भी फिलहाल बंद कर दी हैं। यात्रा को फिर से शुरू करने के आदेश जारी होने तक ये सेवाएं बंद ही रहेंगी।
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर से आने और जाने वाली सभी अंतरराज्यीय बसों के परिचालन पर भी आज से प्रतिबंध लगा दिया गया है। नवरात्र के वक्त वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन के लिए 3 लाख से अधिक श्रद्धालु मंदिर परिसर में आते हैं। ऐसे में देशभर के यात्रियों के यहां आने की स्थितियों को देखते हुए एहतियात के तौर पर यात्रा को स्थगित करने का फैसला किया गया है।
गर्भ जून गुफा के कपाट बंद
इससे पहले यात्रा का प्रबंधन देख रहे श्रीमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने देशभर के श्रद्धालुओं को फिलहाल यात्रा पर न आने की अपील की थी। बोर्ड ने मंगलवार को एक एडवाइजरी जारी कर श्रद्धालुओं को वायरस का प्रभाव कम होने तक यात्रा स्थगित करने को कहा था। बोर्ड ने यात्रा के पड़ाव गर्भ जून गुफा के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए तत्काल प्रभाव से बंद कर दिए हैं।
धार्मिक स्थल पर कोरोना का आसर
वहीं, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में मंगलवार से प्रवेश को रोक दिया गया है। अब 31 मार्च तक श्रद्धालु सिर्फ बाहर से ही बाबा का दर्शन-पूजन कर सकेंगे। इसके अलावा विदेशी श्रद्धालुओं का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। राजस्थान के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मेंहदीपुर बालाजी के दर्शन आम लोगों के लिए बंद कर दिए गए हैं। अब यहां केवल आरती होगी। अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह में जायरीनों की स्क्रींनिंग शुरू की गई है।