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Lockdown 4: 14 साल से कम उम्र बच्चों के लिए आरोग्य सेतु ऐप जरूरी नहीं, विमान यात्रा पर गाइडलाइन जारी

25 मई से शुरू हो रहे घरेलू विमान परिचालन सेवा को लेकर मानक परिचालन प्रक्रिया (SOP) जारी किया है। सभी यात्रियों को अनिवार्य रूप से अपने फोन पर आरोग्य सेतु ऐप पर रजिस्टर होना होगा।

By TaniskEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 10:37 AM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 12:57 PM (IST)
Lockdown 4: 14 साल से कम उम्र बच्चों के लिए आरोग्य सेतु ऐप जरूरी नहीं, विमान यात्रा पर गाइडलाइन जारी
Lockdown 4: 14 साल से कम उम्र बच्चों के लिए आरोग्य सेतु ऐप जरूरी नहीं, विमान यात्रा पर गाइडलाइन जारी

नई दिल्ली, एजेंसियां। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने 25 मई से शुरू हो रहे घरेलू विमान परिचालन सेवा को लेकर मानक परिचालन प्रक्रिया (SOP) जारी किया है। एसओपी के अनुसार सभी यात्रियों को अनिवार्य रूप से अपने फोन पर आरोग्य सेतु ऐप पर रजिस्टर होना होगा। समाचार एजेंसी एएनआइ ने एएआइ के हवाले से जानकारी दी है कि प्रवेश द्वार पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल / हवाई अड्डे के कर्मचारियों द्वारा जांच किया जाएगा। हालांकि, 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए आरोग्य सेतु अनिवार्य नहीं है। एएआइ के अनुसार शारीरिक दूरी को ध्यान में रखते हुए यात्रियों की बैठने की व्यवस्था की जाएगी।

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समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार टर्मिनल बिल्डिंग में प्रवेश करने से पहले यात्रियों की अनिवार्य रूप से स्क्रीनिंग जोन में थर्मल स्क्रीनिंग होगी। हवाई अड्डे के संचालकों को टर्मिनल भवन में प्रवेश करने से पहले यात्रियों के सामान को सैनेटाइज करने के लिए उचित व्यवस्था करनी होगी। एएआइ पूरे देश में 100 से अधिक हवाई अड्डों का प्रबंधन करता है। हालांकि, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे प्रमुख हवाई अड्डों का प्रबंधन निजी कंपनियों द्वारा किया जाता है।

खाद्य और पेय पदार्थ के अलावा रिटेल आउटलेट खोले जाएंगे

कोरोना वायरस (COVID-19) को लेकर सावधानियां बरतने के साथ सभी खाद्य और पेय पदार्थ (F & B) के अलावा रिटेल आउटलेट खोले जाएंगे। भीड़ न हो इसके लिए टेकअवे, डिजिटल पेमेंट,सेल्फ ऑडरिंग बूथ को प्रोत्साहित किया जाएगा।

एयरपोर्ट स्टाफ को PPE किट उपलब्ध कराने होंगे

समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार इसके अलावा, भीड़ से बचने के लिए वैकल्पिक चेक-इन काउंटर का उपयोग करना होगा। एयरपोर्ट स्टाफ को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) किट, फेस मास्क आदि उपलब्ध कराने होंगे, साथ ही उन्हें हैंड सैनिटाइजर भी दिए जाने चाहिए। राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन को सार्वजनिक परिवहन और टैक्सियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है, ताकि यात्रियों को हवाई अड्डे के लिए कनेक्टिविटी प्रदान की जा सके।

दो घंटे पहले हवाई अड्डे पर पहुंचना होगा

समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार यात्रियों को प्रस्थान के निर्धारित समय से दो घंटे पहले हवाई अड्डे पर पहुंचना होगा और अगले चार घंटों में प्रस्थान करने वाले यात्रियों को केवल टर्मिनल भवन में प्रवेश करने की अनुमति होगी।  ट्रॉली का उपयोग केवल वही यात्री कर सकते हैं जिन्हें इसकी वास्तविक कारणों से आवश्यकता होती है। केवल अनुरोध के आधार पर प्रदान किया जाएगा।एएआइ ने हवाई अड्डे के संचालकों को निर्देश दिया कि भीड़ से बचने के लिए टर्मिनल बिल्डिंग के सभी प्रवेश द्वार खुले रखें। टर्मिनल भवन में समाचार पत्र और पत्रिकाएं कहीं भी उपलब्ध नहीं कराई जाएगी। एएआइ ने हवाई अड्डों को केंद्रीय एयर कंडीशनिंग के बजाय ओपन एयर वेंटिलेशन का उपयोग करने का निर्देश दिया।

लॉकडाउन के बाद से देश में सभी घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद

गौरतलब है कि नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि घरेलू यात्री उड़ान सेवाएं 25 मई से फिर से शुरू हो जाएंगी। हालांकि, मंत्री ने यह नहीं बताया कि अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें कब शुरू होंगी। कोरोना वायरस के कारण देश में 25 मार्च से लागू लॉकडाउन के बाद से देश में सभी घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद हैं। 

शुरुआत में कुछ ही विमान संचालित होंगे

समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए पुरी ने कहा, 'घरेलू उड़ानें 25 मई से शुरू होंगी। शुरुआत में कुछ ही विमान संचालित होंगे। फिर इसके अनुभव के आधार पर आगे का फैसला लेंगे। यह ज़रूरी था। हमें अब कोरोना वायरस के साथ रहना होगा। सभी एयरलाइंस और हवाई अड्डे तैयार हैं।'

लगभग 30 प्रतिशत घरेलू उड़ानें संचालित होंगी

समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार मंगलवार को पुरी ने कहा कि केंद्र अकेले यात्री उड़ानों को फिर से शुरू करने पर निर्णय नहीं ले सकता है। राज्य सरकारों को सहकारी संघवाद की भावना में इन सेवाओं की अनुमति देने के लिए तैयार होना चाहिए। वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने कहा है कि शुरुआत में लगभग 30 प्रतिशत घरेलू उड़ानें संचालित होंगी। इसके बाद धीरे- धीरे उड़ानों की संख्या में धीरे-धीरे वृद्धि की जाएगी।'


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