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कोरोना संक्रमण के मामले में देश में चौथे नंबर पर पहुंचा राजस्थान, मुख्‍यमंत्री बोले-हालात काबू में

कोरोना संक्रमण के मामले में राजस्थान देश में चौथे स्थान पर पहुंच गया है । महाराष्ट्रतमिलनाडु और दिल्ली के बाद सबसे अधिक 897 पॉजिटिव केस राजस्थान में मिले हैं।

By Vijay KumarEdited By: Published: Mon, 13 Apr 2020 09:47 PM (IST)Updated: Mon, 13 Apr 2020 10:06 PM (IST)
कोरोना संक्रमण के मामले में देश में चौथे नंबर पर पहुंचा राजस्थान, मुख्‍यमंत्री बोले-हालात काबू में
कोरोना संक्रमण के मामले में देश में चौथे नंबर पर पहुंचा राजस्थान, मुख्‍यमंत्री बोले-हालात काबू में

नरेन्द्र शर्मा, जयपुर। कोरोना संक्रमण के मामले में राजस्थान देश में चौथे स्थान पर पहुंच गया है । महाराष्ट्र,तमिलनाडु और दिल्ली के बाद सबसे अधिक 897 पॉजिटिव केस राजस्थान में मिले हैं। राजस्थान में अब तक 11 लोगों की मौत हुई है। राजस्थान की राजधानी जयपुर देश के सबसे संक्रमित शहरों की सूची में शामिल हो गया। जयपुर में सोमवार तक संक्रमित 370 संक्रमित लोग सामने आए हैं। इनमें 300 लोग रामगंज और आसपास के हैं । जयपुर के एक वर्ग विशेष बहुल रामगंज इलाका कम्यूनिटी इंफेक्शन की बॉर्डर लाइन पर पहुंच गया है। सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जयपुर के रामगंज इलाके में करीब 6 फीसदी सैंपल पॉजिटिव पाए गए जो देश की कुल सैंपल रेट से 3 गुना अधिक मानी जा रही है । राजस्थान के टोंक,झुंझुनूं और बांसवाड़ा भी क्लस्टर ऑफ केसेज की श्रेणी में हैं। यहां कुछ एरिया विशेष ऐसे बन गए हैं, जिनमें भारी मात्रा में संक्रमण है,लेकिन बाकी एरिया में बिल्कुल नहीं है। 

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हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि प्रदेश खासकर जयपुर में हालात काबू में है। जयपुर में भी भीलवाड़ा मॉडल अपनाकर सख्ती की जा रही है । सीएम का कहना है कि संख्या बढ़ने का मतलब यह है कि काफी बारीकी से जांच की जा रही है,हम नहीं चाहते कि एक भी पॉजिटिव केस बचे । उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक किसी भी पॉजिटिव मरीज के लिए वेंटिलेटर की जरूरत नहीं पड़ी है । गहलोत का कहना है कि राजस्थान विशेषकर जयपुर कम्युनिटी इंफेक्शन का केंद्र नहीं बना है ।  उधर सीएम द्वारा गठित उच्च स्तरी टास्क फोर्स ने अपनी रिपोर्ट में माना कि जयपुर कम्युनिटी संक्रमण की बाूर्डर लाइन पर पहुंच गया । टास्क फोर्स का कहना है कि 1 अप्रैल के बाद अचानक पॉजिटिव मामलों की संख्या में बढ़ोतरी हुई,उसका कारण दिल्ली के निजामुद्दीन से यहां आए तब्लीगी जमात के लोग हैँ। 

लापरवाही ने बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित किया 

प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 816 तक पहुंच गई । यहां आधा दर्जन लापरवाह लोगों के साथ ही करीब 70 जमातियों ने प्रदेश के कई इलाकों को कोरोनाजोन बना दिया है । जयपुर में ओमान से आए रामगंज निवासी एक व्यक्ति के कारण 200 लोग संक्रमित हुए,इनमें उसके परिवार के 36 सदस्य शामिल है । 12 मार्च को जयपुर आने के बावजूद उसने अपनी जांच नहीं कराई,सर्वे टीम गई तो नजरअंदाज कर दिया । इसी तरह भीलवाड़ा में संक्रमित एक डॉक्टर की लापरवाही के कारण 27 लोग पॉजिटिव हुए,इनमें से 2 की मौत हो गई । हालांकि भीलवाड़ा में अब हालात सामान्य है।

झुंझुनूं में इटली से आए एक दंपति और उसकी बच्ची के कारण पहले 15 पॉजिटिव केस आए तो दिल्ली से आए जमातियों के बाद 16 नए केस सामने आए । जोधपुर में तुर्की से आए एक युवक के संक्रमण सामने आया 7 उसके बाद उसके दो परिजन पॉजिटिव मिले । यहीं अहमदाबाद से आई एक संक्रमित महिला के कारण 14 पॉजिटिव हो गए ।मार्च के अंतिम सप्ताह में दिल्ली के निजामुद्दीन से आए तब्लीगी जमात के करीब 70 संक्रमित लोगों के कारण जयपुर, कोटा, झुंझुनूं, बांसवाड़ा, जैसलमेर, टोंक, झालावाड़ एवं जैसलमेर जिलों में तेजी से संक्रमण फैला । सरकारी सूत्रों के अनुसार जमातियों के कारण प्रदेश में करीब 600 लोग संक्रमित हुए हैं।ईरान से एयरलिफ्ट कर लाए गए 52 पॉजिटिव लोग भी अब तक सामने आ चुके हैं । 

6 हजार लोगों को क्वारेंटाइन करने की योजना 

चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने बताया कि जयपुर में जिस कदर कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं,उसको देखते हुए सरकार को लगता है कि लॉकडाउन खुलते ही पीड़तों की संख्या में और अधिक बढ़ोतरी होगी । इसके लिए सरकार ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। शहर में 6 हजार लोगों को क्वारेंटाइन करने को लेकर होटल,हॉस्टल,सरकारी भवन चिन्हित किए गए हैं । जरूरत पड़ने पर महाराष्ट्र की तर्ज पर स्थानीय एसएमएस स्टेडियम में टेंट लगाकर क्वारेंटाइन होम बनाए जा सकते हैं । कोरोनाजोन बने अन्य शहरों में भी यही योजना बनाई जा रही है । 

मस्जिद और मदरसों से जांच में सहयोग का ऐलान 

जयपुर के रामगंज और अन्य मुस्लिम बहुल इलाकों में जिस तरह से पॉजिटिव केस बढ़ें है उससे सरकार के साथ ही समाज के प्रमुख लोगों में भी चिंता बढ़ी है । पहले तो इन इलाकों में लोग घर-घर सर्वे करने वाली मेडिकल टीम को लोग सहयोग नहीं कर रहे थे,लेकिन पिछले दो दिन से मस्जिद और मदरसों से माइक के माध्यम से जांच में सहयोग करने का ऐलान किया जा रहा है ।


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