दो सप्ताह में स्वस्थ हो सकता है कोरोना संक्रमित व्यक्ति, जानिए- वायरस से लड़ने के कारगर उपाय
कोरोना वायरस का संक्रमण बेशक खतरनाक और जानलेवा है लेकिन अगर समय रहते उपचार किया जाए और सावधानी बरती जाए तो हर समस्या टाली जा सकती है। कैसे बता रहे हैं वरिष्ठ चिकित्सक तथा अध्यक्ष स्वास्थ्य आयाम-सेवा भारती कानपुर के डॉ. राम आश्रय साहु।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना के प्रारंभिक लक्षणों (हल्का बुखार, जुकाम, भारीपन, खाने में अरुचि आदि) को नजरंदाज न करके पहले दिन से ही ध्यान दिया जाए, तो संक्रमण से शीघ्र ही ठीक हुआ जा सकता है। डॉ. राम आश्रय साहु का कहना है कि यदि पहले दिन संक्रमण के बारे में सुनिश्चित होने के लिए परीक्षण करा लिया जाए, तो इससे होने वाली किसी भी अनहोनी को आसानी से टाला जा सकता है।
डॉ. राम आश्रय साहु कहते हैं कि इस महामारी के बारे में पर्याप्त जागरूकता होने के बाद भी लोग जुकाम, बुखार या खांसी जैसी समस्या को टाल जाते हैं। संक्रमण के इस दौर में यदि बुखार की समस्या हो, तो उसे टालने के बजाय गंभीरता से लेना चाहिए। हालांकि, अभी भी लोग संक्रमण के लक्षण आने के चार-पांच दिन बाद चिकित्सक के पास जाते हैं और फिर कोरोना संक्रमण सुनिश्चित करने के लिए जांच कराते हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट आने तक वायरस फेफड़ों को बुरी तरह क्षति पहुंचा चुका होता है।
कोरोना वायरस के नेचर में हो रहे चेंजेज से व्यक्ति के संक्रमित होने के बाद भी आरटीपीसीआर या एंटीजेन से यह सुनिश्चत कर पाना कई बार कठिन होता है कि व्यक्ति संक्रमित है या नहीं और तब सीटी स्कैन से ही संक्रमण के बारे में पता चलता है। अच्छा रहे कि शुरुआती लक्षणों को संज्ञान में लेकर क्वारंटाइन में रहकर योग, पोषक आहार और चिकित्सक की सलाह पर उपचार का सहारा लिया जाए, तो दो सप्ताह की अवधि में पूरी तरह स्वस्थ हुआ जा सकता है और इसके संक्रमण को फैलने से भी रोका जा सकता है।
कोरोना से लड़ने के कारगर उपाय
-पानी में अजवाइन, काला नमक और हल्दी डालकर सुबह-शाम भाप जरूर लें।
-चिकित्सक से संपर्क बनाए रखें।
-शारीरिक दूरी, मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते रहें, जिससे आपके साथ आपके घरवाले भी संक्रमण से सुरक्षित रहें।
-यदि आक्सीजन का लेवल गिरने लगे, तो तकिए पर पेट के बल लेट जाएं और गहरी सांस लें। इससे फेफड़ों को आक्सीजन मिलेगी और हमारा आक्सीजन लेवल गिरने नहीं पाएगा।
-प्राणायाम करते रहें।
-इम्युनिटी मजबूत बनाए रखें।
-भोजन में राजमा, पनीर और रेशेदार अनाज शामिल करें।
-मौसमी खट्टे फलों का सेवन जरूर करें। विटामिन सी की गोली लें।
-हल्दी युक्त गुनगुना दूध लें।