Coronavirus: वायरस से लड़ाई में CSIR ने अपनाई पांच स्टेज की रणनीति, उद्योग जगत ने दिया समर्थन
कोरोना वायरस से लड़ाई में सीएसआईआर ने पांच स्तरीय रणनीति अपनाई है। कई संस्थाएं लोगों की मदद के लिए आगे आ गई हैं।
नई दिल्ली, एजेंसी। देश में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए कई संस्थाएं लोगों की मदद के लिए आगे आ गई हैं। कोरोना वायरस से इस लड़ाई में लोगों से दान देने की अपील करते हुए प्रधनामंत्री राहत कोष का ऐलान किया गया है। देश के लिए इस मुश्किल की घड़ी में कोविड-19 से लड़ने के लिए वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने पांच स्तरीय रणनीति अपनायी है, जिस पर अमल करने के लिए उसे उद्योग जगत का भी व्यापक समर्थन मिल रहा है।
यह जानकारी सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ शेखर सी. मांडे ने दी है। वह सीएसआईआर की 38 प्रयोगशालाओं के निदेशकों के साथ कोरोना वायरस (कोविड-19) से जुड़ी रणनीति पर चर्चा के लिए आयोजित एक ऑनलाइन जूम मीटिंग को संबोधित कर रहे थे।
कोरोना वायरस से निपटने के सीएसआईआर की प्रयोगशालाएं पांच स्तरों पर काम कर रही हैं। इन रणनीतियों को अमली जामा पहनाए जाने के लिए कुछ कंपनियों से करार किया गया है। इन कंपनियों में भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल), सिप्ला, टीसीएस, भारत बायोटेक, रिलायंस, टाटा सन्स, यूनिलीवर, इंटेल, टीसीएस, कैडिला और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) शामिल हैं। डॉ मांडे ने बताया कि सीएसआईआर को इन कंपनियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। सीएसआईआर की कोर टीम, जिसमें इसकी प्रयोगशालाओं के आठ निदेशक शामिल हैं, महानिदेशक, डॉ शेखर मांडे के नेतृत्व में कोविड-19 से लड़ने के लिए काम कर रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि देश में लगातार कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हो रही हैं। इसी बीच संक्रमित मामलों की संख्या 4714 हो गई है और इनमें से 410 लोग ठीक भी हो गए हैं। वहीं, देश में इस वजह से 149 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। फिलहाल, देश में 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। बचा दें कि कोरोना की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी। इसके बाद बाकी देशों में इसके मामले सामने आने लगे।