Coronavirus in India: खुद से क्वॉरेंटाइन हुए लोगों की मॉनिटरिंग के लिए पुणे प्रशासन ने बनाई वेबसाइट
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर पुणे जिला प्रशासन ने उन लोगों पर नज़र रखने के लिए एक वेबसाइट विकसित की है जो खुद से क्वॉरेंटाइन हो गए हैं।
पुणे,एएनआइ। कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के मद्देनजर पुणे जिला प्रशासन ने उन लोगों पर नज़र रखने के लिए एक वेबसाइट विकसित की है, जो खुद से क्वॉरेंटाइन हो गए हैं। यह संभावित रोगियों के बारे में रिपोर्ट करने के लिए एक प्लेटफॉर्म भी प्रदान करता है। कोई भी नागरिक या डॉक्टर खुद को रजिस्टर कर सकता है और एक मोबाइल नंबर से वेबसाइट एक्सेस कर सकता है, जिसे एक ओटीपी के माध्यम से सत्यापित किया जाएगा।
वेबसाइट को विकसित करने वाली टीम का नेतृत्व जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आयुष प्रसाद ने किया। समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए, प्रसाद ने कहा कि वेबसाइट बड़े पैमाने पर खुद से क्वॉरेंटाइन हुए लोगों की निगरानी में मदद करेगी। इसके अलावा, इससे प्रशासन को इन लोगों से संपर्क करने में मदद मिलेगी।
दो तरीकों से काम करेगी वेबसाइट
प्रसाद ने कहा, 'हमने एक वेबसाइट-idsp.mkcl.org विकसित की है, यह दो तरीकों से काम करेगी। सबसे पहले, यदि कोई नागरिक यह बताना चाहता है कि वह हाल ही में किसी विदेश यात्रा से लौटा है या उसे किसी डॉक्टर द्वारा घर पर क्वॉरेंटाइन में रहने को कहा गया है, तो वह वेबसाइट के माध्यम से इसकी जानकारी दे सकता है। इसके अलावा,उसे इसके बारे में हर 12 घंटे में हमें जानकारी देनी है। स्थानीय अधिकारियों और डॉक्टरों को सूचित किया जाएगा कि व्यक्ति घर पर क्वॉरेंटाइन होने के नियमों का पालन कर रहा है।
बड़े पैमाने पर लोगों की निगरानी रखने का आसान तरीका
वहीं, दूसरे मामले में अगर कोई मरीज डॉक्टर के पास जाता है और उसके संक्रमित होने की संभवाना है, तो उसे हमारे पास रेफर किया जा सकता है। प्रसाद ने आगे कहा,' हम रोगी का नंबर लेते हैं, ताकि हम उससे संपर्क कर सकें। यह बड़े पैमाने पर लोगों की निगरानी रखने का एक आसान तरीका है। इसके अलावा, वेबसाइट प्रशासन को वास्तविक समय के आधार पर प्रतिक्रिया प्राप्त करने में मदद करेगी। हम उन लोगों के संपर्क में हो सकते हैं जो होम-बेस क्वॉरेंटाइन में हैं।' केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि पूरे भारत में 17 विदेशी नागरिकों सहित कोरोना वायरस के कुल 110 मामलों की पुष्टि हो गई है। सबसे अधिक सकारात्मक मामले महाराष्ट्र (32) और केरल (22) के हैं।