Coronavirus in India: फरवरी में दूसरी बार एक दिन में 10 हजार से कम आए नए संक्रमित मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 143625 पर आ गई है जो कुल संक्रमितों का 1.32 फीसद है। सबसे ज्यादा संक्रमित मामले केरल में हैं। केरल के बाद महाराष्ट्र में सक्रिय मामलों की संख्या सबसे अधिक है।
नई दिल्ली, जेएनएन। देश में फरवरी में दूसरी बार एक दिन में 10 हजार से कम नए संक्रमित सामने आए हैं। कोरोना महामारी की वजह से लगातार चौथे दिन मंगलवार को सौ से कम लोगों की मौत हुई। वहीं, ठीक होने वाले मरीजों की बात करें तो नए मामलों की तुलना में ज्यादा संख्या में लोगों के संक्रमण मुक्त होने का क्रम बना हुआ है। इसकी वजह से सक्रिय मामलों में भी गिरावट का रुख कायम है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के 9,110 नए मामले मिले हैं, 14,016 मरीज पूरी तरह से संक्रमण मुक्त हुए हैं और 78 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही कुल संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ आठ लाख 47 हजार को पार कर गया है। इनमें से अब तक एक करोड़ पांच लाख 48 हजार मरीज ठीक हो चुके हैं और 1,55,158 लोगों की जान भी जा चुकी है। मरीजों के उबरने की दर बढ़कर 97.25 फीसद हो गई है और मृत्युदर 1.43 फीसद पर बनी हुई है।
मंत्रालय ने बताया कि सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 1,43,625 पर आ गई है, जो कुल संक्रमितों का 1.32 फीसद है। सबसे ज्यादा संक्रमित मामले केरल में हैं। केरल के बाद महाराष्ट्र में सक्रिय मामलों की संख्या सबसे अधिक है।
सोमवार को 6.87 लाख टेस्ट
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के मुताबिक कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए सोमवार को देशभर में 6.87 लाख नमूनों की जांच की गई। इनको मिलाकर आठ फरवरी तक कुल 20.25 करोड़ नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है।
केरल में कोचिंग सेंटर से संक्रमण फैलने की आशंका
केरल के मलप्पुरम जिले में एक दिन पहले दो स्कूलों में बड़ी संख्या में छात्र और कर्मचारी संक्रमित पाए गए थे। अधिकारियों के मुताबिक मारनचेरीन पोन्नानी के सरकारी स्कूल के 91 छात्र एक कोचिंग सेंटर में पढ़ने जाते थे। आशंका है कि उन्हीं के जरिये स्कूल में कोरोना संक्रमण फैला। प्रशासन ने कोचिंग सेंटर को फिलहाल बंद करा दिया है। साथ ही छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों का आरटी-पीसीआर टेस्ट भी कराया जा रहा है, ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके।