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Coronavirus Effect: जानें कैसे बदल गया शादियों का तरीका, फिर भी खुश हैं घरवाले, जानें क्‍यों

ज्यादातर लोगों का कहना है कि शादी में रिश्तेदार नहीं आ पा रहे हैं उनकी कमी तो खल रही है पर फिजूलखर्ची नहीं हो रही है। लिहाजा अभी शादी करना ठीक है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 01:04 AM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 01:14 AM (IST)
Coronavirus Effect:  जानें कैसे बदल गया शादियों का तरीका, फिर भी खुश हैं घरवाले, जानें क्‍यों
Coronavirus Effect: जानें कैसे बदल गया शादियों का तरीका, फिर भी खुश हैं घरवाले, जानें क्‍यों

संदीप तिवारी, रायपुर। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के दौरान रायपुर में दो हजार शादियों की अनुमति दी जा चुकी है। शादी की अनुमति के लिए मां, बाप, दूल्हा और दुल्हन तक कलेक्टरेट पहुंच रहे हैं। 10 लोगों की मौजूदगी में शादी करने की इजाजत दी जा रही है। इसे लेकर ज्यादातर लोगों का कहना है कि शादी में रिश्तेदार नहीं आ पा रहे हैं, उनकी कमी तो खल रही है पर फिजूलखर्ची नहीं हो रही है। लिहाजा अभी शादी करना ठीक है। 

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शादी में फिजूलखर्ची पर लगेगी रोक 

लोग फिजूलखर्ची से बचने के लिए इसी दौर में शादी कर लेना चाहते हैं। उनका कहना है कि इससे टेंट, घोड़ा, गाड़ी, बरात, कैटरिंग आदि का भारी भरकम खर्च भी बच जाएगा। रिश्तेदार शिकायत भी नहीं कर पाएंगे कि कंजूसी की गई। ज्ञात हो कि इन दिनों हो रही शादी में मैरिज गार्डन, टेंट हाउस, हलवाई, बैंड, डीजे, फ्लावर, फर्नीचर, बर्तन, कपड़ा सहित सभी छोटे-बड़े कारोबारी बड़ा नुकसान उठा रहे हैं।

शादी में शारीरिक दूरी बनाए रखना बड़ी समस्या है, क्योंकि सैकड़ों की संख्या में रिश्तेदार और परिचित आते हैं, इसलिए प्रशासन ने लोगों के एकत्र होने पर रोक लगाई गई है। यही नहीं, प्रतिवर्ष होने वाले सामूहिक आदर्श विवाह, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत होने वाले विवाह एवं सामाजिक संगठनों के सम्मेलन भी स्थगित कर दिए गए हैं। 

केस 01 - कम खर्च में शादी का बेहतर 

मौका रायपुर के गांव दरभंगा के विष्णु चंद्राकर ने कहा कि उनके बेटे और बेटी दोनों की शादी है। शादी करने की अनुमति इस शर्त पर मिली है कि बराती सिर्फ 10 होंगे। सहभोज या ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं होना चाहिए, जिसमें भीड़ एकत्र हो या कोरोना संक्रमण को बढ़ावा मिले। वर-वधू के परिजनों पर कार्रवाई करने का भी प्रावधान है। इसलिए कम खर्च में शादी करने का बेहतर मौका भी मिला है। 

केस 02 - 20 से 50 हजार रुपये में शादी 

दोंदेखुर्द के शिवकुमार यादव ने बताया कि उनके बेटे और बेटी दोनों की शादी इसी महीने है। शादी की तारीख पहले से तय हो चुकी थी। इस शादी में मेहमान नहीं आ पा रहे हैं। आने-जाने वालों की कमी खल रही है। लेकिन खर्च भी बच रहा है। जहां दो-ढाई लाख रपये खर्च करने पड़ते वहां 20 से 50 हजार रपये में शादी हो जाएगी।

केस 03- शादी में बचत होगी 

दोंदेकला की गायत्री ने बताया कि वह अपने बेटे मोहन की शादी के लिए आवेदन देने आई थी। संक्रमण से बचाव के लिए सामूहिक कार्यक्रमों पर रोक लगी है। लेकिन शादी को नहीं टाल सकते, क्योंकि वर-वधू के कुंडली मिलान के दौरान बताया गया कि मई-जून में के मुहूर्तो में शादी नहीं होगी तो लंबे समय तक अच्छा लग्न नहीं मिलेगा। अभी शादी के खर्च से भी बच सकते हैं। 

रायपुर के एडीएम विनीत नंदनवार ने कहा कि शारीरिक दूरी का पालन करते हुए शादी करने की अनुमति दी जा रही है। लोग इसका पालन भी कर रहे हैं। 


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