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इंदौर में कोरोना ने ली डॉक्टर की जान, तीनों बेटों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये देखा पिता का शव

मरीजों को देखते समय संक्रमित होने की आशंका। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने व्यक्त की संवेदनाएं।

By Nitin AroraEdited By: Published: Fri, 10 Apr 2020 07:58 AM (IST)Updated: Fri, 10 Apr 2020 08:12 AM (IST)
इंदौर में कोरोना ने ली डॉक्टर की जान, तीनों बेटों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये देखा पिता का शव
इंदौर में कोरोना ने ली डॉक्टर की जान, तीनों बेटों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये देखा पिता का शव

भोपाल, नईदुनिया। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक निजी चिकित्सक की गुरुवार सुबह कोरोना से मौत हो गई। रूपराम नगर निवासी डॉक्टर का कॉलोनी में क्लीनिक था। यह अपने घर पर भी मरीजों को देखते थे। माना जा रहा है कि वे घर पर मरीजों को देखने के दौरान ही संक्रमित हुए होंगे। कुछ दिनों पहले इस बारे में चली चर्चा के बाद उन्होंने खुद पत्नी के साथ बैठकर एक वीडियो बनाया था। इसमें उन्होंने कोरोना पॉजिटिव होने की खबर का खंडन किया था।

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उन्हें पांच अप्रैल को सीएचएल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। आठ अप्रैल को कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर उन्हें अरविंदो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान नौ अप्रैल की सुबह उनकी मौत हो गई। डॉक्टर 62 वर्ष के थे।

उधर, डॉक्टर की मौत पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शोक जताया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कर्मवीर योद्धा को नमन, परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सरकार से उन्हें शहीद का दर्जा देते हुए परिजनों को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की मांग की है।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से देखा पिता का शव

डॉक्टर के तीनों बेटे ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पिता का शव देखा। दूर से वीडियो बनाए जाने के कारण वे अंतिम समय में उनका चेहरा भी देख नहीं सके। इंडियन मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के स्टेट प्रेसिडेंट डॉ. संजय लोढे ने सभी डॉक्टरों से एहतियात बरतते हुए सुरक्षित तरीके से मरीजों को देखने की अपील की है। साथ ही उन्होंने एसोसिएशन के सदस्य डॉक्टर की मौत पर संवेदना जताई है।

एम्स से घर लौट रहे दो डॉक्टरों से मारपीट, सिपाही लाइन अटैच

ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स), भोपाल के फोरेंसिक साइंस डिपार्टमेंट में पीजी डॉक्टर रितू पर्णा और डॉ. युवराज ने बताया कि वे दोनों बुधवार शाम को ड्यूटी करके संस्थान के पास ही कॉलोनी में स्थित घर जा रहे थे तभी एक सिपाही ने उन्हें रोक लिया। दोनों ने अपना परिचय दिया। इस पर सिपाही ने कहा कि उनके जैसे ही डॉक्टर देशभर में कोरोना की बीमारी फैला रहे हैं। इसके साथ ही दोनों को डंडे से मारना शुरू कर दिया। पिटाई से युवराज के हाथ और रितू के पैर में चोट आई है। मामले में एसपी साउथ साई कृष्णा थोटा ने बागसेवनिया थाने में पदस्थ सिपाही सुनील नाहरिया को लाइन अटैच कर दिया है।


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