कोरोना संदिग्ध गर्भवती को इलाज के लिए 70 किमी यात्रा करने से हुई मौत, महिला आयोग ने की जांच की मांग
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने नौ महीने की एक गर्भवती की मौत के मामले में जांच की मांग की है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने नौ महीने की एक गर्भवती की मौत के मामले में जांच की मांग की है। महिला कोरोना संदिग्ध थी और उसे इलाज के लिए 70 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा था।
A 9'month pregnant woman had to undergo such trauma in Maharashtra & passed away due to suspect for COVID19 & travelling for over 70KM to reach Hospitals & for medical attention, is a very unfortunate incident. NCW seeks inquiry into the matter.
Read: https://t.co/ULbiL9tok6" rel="nofollow pic.twitter.com/nFIJVU6106— NCW (@NCWIndia) April 10, 2020
महिला और उसके गर्भस्थ शिशु की इलाज के दौरान हुई मौत
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 27 वर्षीय गर्भवती को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इसके बाद उसे अलग-अलग अस्पतालों में ले जाना पड़ा। इस दौरान उसे नालासोपारा से मुंबई के बीच 70 किलोमीटर का सफर करना पड़ा। अगले दिन दोपहर में महिला की मौत हो गई और गर्भस्थ शिशु को भी नहीं बचाया जा सका। इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए महिला आयोग ने मामले की जांच की मांग की है।
गर्भवती को दुर्भाग्यपूर्ण स्थितियों से गुजरना पड़ा
महिला आयोग ने ट्वीट किया, 'महाराष्ट्र में नौ महीने की एक गर्भवती को दुर्भाग्यपूर्ण स्थितियों से गुजरना पड़ा। संदेह है कि उसे कोरोना संक्रमण था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। और इससे भी दुखद रहा कि उसे अस्पतालों तक पहुंचने और इलाज पाने के लिए 70 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा।'
शहरों से गांवों की ओर हुआ मजदूरों का पलायन
गौरतलब है कि कोरेाना वायरस के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की गई। इसके बड़ी संख्या में अप्रवासी मजदूरों का शहरों से गांवों की ओर पलायन हुआ। कई राज्य सरकारों ने बाद में इन मजदूरों को उनके गांवों तक पहुंचाने के लिए परिवहन का प्रबंध किया। देश में कई जगह पुलिस ने गर्भवती को अस्पताल तक पहुंचाया।