कोरोना ने स्ट्रीट फूड को किया लॉक, जंक फूड भी हुआ डाउन, Unlock हो रही बेहतर सेहत
Coronavirus Lockdown Health Benefit वैश्वक महामारी कोविड-19 के इस दौर में लॉकडाउन के नियमों ने जहां लोगों को बाहर घूमने फिरने व स्ट्रीट फूड के लुत्फ का मौका नहीं दिया।
हरीश तिवारी, ऋषिकेश। Coronavirus Lockdown: Health Benefit बेशक लॉकडाउन ने जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया लेकिन सकारात्मक पहलू यह भी है कि इस दौरान लोगों के घर में रहने व स्ट्रीट फूड का स्वाद न ले पाने से कोरोना के साथ ही अन्य संक्रमणों से भी हुआ बचाव। बेहतर रहेगा कि अनलॉक-1 में भी इस दिनचर्या व खानपान को जारी रखा जाए, जिससे सेहत रहे दुरुस्त...
वैश्वक महामारी कोविड-19 के इस दौर में लॉकडाउन के नियमों ने जहां लोगों को बाहर घूमने फिरने व स्ट्रीट फूड के लुत्फ का मौका नहीं दिया, वहीं ऐसी खाद्य सामग्री से दूर रहकर लोगों की सेहत में आशातीत सुधार भी हुआ है। कई मायनों में तो लॉकडाउन का यह समय जनस्वास्थ्य की दृष्टि से सामान्य दिनों की अपेक्षा बेहतर रहा। विशेषकर इस अवधि में लोगों को पेट संबंधी संक्रमण की शिकायत कम ही रही।
इसकी मुख्य वजह यह है कि लोग बाजार में पसरी गंदगी, धूल-धक्कड़ में बनाई व परोसी जाने वाली चीजों और अधिक मसालेदार खाने से दूर रहे। बाहर के खाने में अमूमन स्वच्छता का अभाव रहता है, जिससे अक्सर बाजार में खाद्य सामग्री का सेवन करने वाले लोगों को पेट के इंफेक्शन की शिकायत बनी रहती है लेकिन ऐसे मामले इन दिनों अप्रत्याशित रूप से घट गए हैं। इसके अलावा बाहर के भोजन अथवा अन्य तरह की खाद्य सामग्री में मिलाए जाने वाले कलर, तीखापन आदि से पेट में गैस व एसिडिटी बनने जैसी शिकायतों में भी काफी हद तक गिरावट आई है।
बीमारियों की जड़ है जंक फूड: आमतौर पर जंक फूड का सेवन बच्चे ज्यादा करते हैं, जिससे उनमें पेट के रोगों की शिकायत रहती है, लेकिन पिछले ढाई महीने में लॉकडाउन के कारण बच्चे और बड़े इस तरह के हानिकारक खाद्य पदार्थों से दूर रहे हैं। इससे बच्चों की पेट संबंधी बीमारियों में भी कमी आई है और उन्हें इस सीजन के अन्य रोगों के संक्रमण से भी राहत रही है।
योग व व्यायाम से रहें फिट: लॉकडाउन के इस कालखंड में हमारा घूमना-फिरना और सुबह व शाम की सैर लगभग समाप्त रही। विशेषकर बुजुर्ग तो घर से बाहर ही नहीं निकल पाए। लिहाजा अनलॉक-1 में भी हमें शरीर को फिट रखने के लिए घर पर योग, ध्यान व व्यायाम जरूर करना चाहिए। भोजन नियमित रूप से करें लेकिन स्नैक्स व चिकनाई वाली चीजों का सेवन कम से कम होना चाहिए। क्रमिक रूप से लॉकडाउन के समाप्त होने के बाद भी अगर आप इन चीजों को अपनी आदतों में बनाए रखेंगे तो अवश्य ही आने वाले समय में भी स्वस्थ रहेंगे।
फाइबर युक्त भोजन का करें सेवन: शरीर को पूरी तरह फिट रखने के लिए कोल्ड ड्रिंक्स और फैट युक्त खाद्य सामग्री के सेवन से बचें। ताजी हरी सब्जियों को भी अच्छी तरह से साफ करने के बाद पकाएं। भोजन में फाइबर (रेशा) युक्त सामग्री का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें, क्योंकि यह पाचनतंत्र को सक्रिय रखने का सबसे अच्छा विकल्प है। इन दिनों बाजार में उपलब्ध ताजे मौसमी फलों जैसे-तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी आदि को भोजन या सलाद के रूप में प्रयोग करें। ध्यान रहे कि तापमान अधिक है, इसलिए गरिष्ठ भोजन के बजाय सुपाच्य खाने को प्राथमिकता दें।
सेहत अपने हाथ
- खाना घर में ही खाएं, जिससे कोरोना के साथ ही अन्य बीमारियों के संक्रमण से बचे रहें।
- कोल्ड ड्रिंक्स, फैट युक्त खाद्य सामग्री, सफेद नमक और शराब, धूमपान व तंबाकू से दूरी बनाकर रखें।
- बाजार में साफसफाई के अभाव के साथ ही रंग युक्त व मसालेदार खाद्य पदार्थ मिलते हैं, यह सेहत के दळ्श्मन हैं।
- अनलॉक-1 में आप मॉर्निंग वॉक व इवनिंग वॉक कर सकते हैं। घर पर भी नियमित रूप से योग, ध्यान, व्यायाम आदि करें। यह भी समझें कि अल्प निद्रा भी तमाम रोगों का कारण बनती है।
ड्राई फ्रूट्स व दही हैं बेहद उपयोगी: इन दिनों प्रचुर मात्रा में उपलब्ध मौसमी, नींबू जैसे खट्टे फलों और हरी पत्तेदार सब्जियों को पर्याप्त मात्रा में भोजन का हिस्सा बनाएं। खट्टे फल विटामिन-सी का बेहतर स्रोत हैं। इसके साथ ही बादाम, मुनक्का, अखरोट, काजू जैसे ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें। छाछ, दही व लस्सी जैसे पदार्थों का सेवन बढ़ा दें। ध्यान व अन्य व्यायाम के साथ पर्याप्त नींद जरूर लें।