Convocation ceremony of NIT: नायडू ने कहा- नई शिक्षा नीति का लक्ष्य भारत को बनाना है विश्व गुरु
पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत एपीजे अब्दुल कलाम की युवाओं को बड़े सपने की सलाह की याद दिलाते हुए एनआइटी के 13वें दीक्षा समारोह में नायडू ने छात्रों से एक लक्ष्य तय करने और उसे हासिल करने के लिए कठिन परिश्रम करने को कहा।
हैदराबाद, प्रेट्र। नई शिक्षा नीति (एनईपी) का लक्ष्य भारत को दुनिया में नालेज सुपरपावर बनाना और शिक्षा के क्षेत्र में एक बार फिर विश्व गुरु बनाने की जरूरत को रेखांकित करना है। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि देश में प्राचीन शिक्षा प्रणाली का लक्ष्य सर्वागीण और पूर्ण विकसित व्यक्तित्व तैयार करना और लोगों को प्रकृति के साथ तालमेल रखते हुए जीने और सभी का आदर करने की शिक्षा देना था।
नायडू ने दीक्षा समारोह में कहा- नई शिक्षा नीति प्राचीन शिक्षा प्रणाली को नया आधार देती है
हैदराबाद से अगरतला में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआइटी) के 13वें दीक्षा समारोह को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा, 'हमारी शिक्षा जीवन के लिए व्यावहारिक, हितकारी और पूरक थी। नई शिक्षा नीति उसी विचार को नया आधार देती है।'
उपराष्ट्रपति ने उच्च शिक्षण संस्थानों को अनुसंधान में अग्रणी बनने का दिया सुझाव
उच्च शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों से भारत को ज्ञान संपन्न बनाने का अनुरोध करते हुए उपराष्ट्रपति ने विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान में अग्रणी बनने का सुझाव दिया। इसके साथ ही उन्होंने उद्योगों और अन्य समान संस्थानों के साथ तालमेल स्थापित कर हमारे परिसरों को सृजन और अनुसंधान का प्रेरक केंद्र में बदलने को कहा।
नायडू ने कहा- छात्रों को लक्ष्य हासिल करने के लिए करना होगा कठिन परिश्रम
पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत एपीजे अब्दुल कलाम की युवाओं को बड़े सपने की सलाह की याद दिलाते हुए नायडू ने छात्रों से एक लक्ष्य तय करने और उसे हासिल करने के लिए कठिन परिश्रम करने को कहा।