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2 अप्रैल या 26 अप्रैल से शुरू हो सकता है राम मंदिर निर्माण, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य का बयान

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य स्वामी गोविंद देवगिरि महाराज ने कहा है कि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक में इस सिलसिले में फैसला लिया जाएगा।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 07:07 AM (IST)Updated: Fri, 07 Feb 2020 09:07 AM (IST)
2 अप्रैल या 26 अप्रैल से शुरू हो सकता है राम मंदिर निर्माण, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य का बयान
2 अप्रैल या 26 अप्रैल से शुरू हो सकता है राम मंदिर निर्माण, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य का बयान

पुणे, प्रेट्र। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य स्वामी गोविंद देवगिरि महाराज ने गुरुवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य इस साल राम नवमी या अक्षय तृतीया से शुरू हो सकता है। हालांकि, इस मामले में अंतिम फैसला ट्रस्ट की पहली बैठक में लिया जाएगा। स्वामी देवगिरि महाराज मोदी सरकार द्वारा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट की घोषणा किए जाने के एक दिन बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।

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उन्होंने कहा, 'मैं मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने के मोदी सरकार के फैसले का स्वागत करता हूं। मंदिर निर्माण का कार्य राम नवमी (दो अप्रैल) या अक्षय तृतीया (26 अप्रैल) से शुरू किया जाएगा। इस सिलसिले में प्रयागराज में होने वाली ट्रस्ट की पहली बैठक में फैसला किया जाएगा।'

उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोगों की इच्छा थी कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया जाए। यह सिर्फ भगवान राम को समर्पित स्मारक नहीं होगा, बल्कि देश का प्रतीक भी होगा। हम दो वर्षो में मंदिर का निर्माण कर लेंगे। उन्होंने रामजन्मभूमि आंदोलन में योगदान देने के लिए कारसेवकों और विश्व हिंदू परिषद के दिवंगत नेता अशोक सिंहल को भी धन्यवाद दिया।

परमानंद गिरि महाराज का बयान

वहीं, हरिद्वार अखंड परमधाम के परमाध्यक्ष युगपुरुष परमानंद गिरि महाराज ने गुरुवार को मवईधाम आश्रम फतेहपुर (उत्तर प्रदेश) से फोन पर यह बात कही। बताया कि वे पिछले काफी समय से हरिद्वार से बाहर हैं और अप्रैल से पहले वापसी का उनका कोई कार्यक्रम भी नहीं है। बताया कि बुधवार रात से ही उन्हें काफी फोन आ रहे हैं। कई ऐसे नंबर से भी फोन आए, जो उनके लिए अंजान थे। अगर उनमें कोई नंबर ट्रस्ट के किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति का हो तो कहा नहीं जा सकता।  देशभर के अन्य संतों ने भी सरकार के फैसले का स्वागत किया है। हालांकि शंकाराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने सरकार की आलोचना की है।


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