झारखंड सरकार में कांग्रेस के हिस्से महज चार मंत्री!
झारखंड में झामुमो और कांग्रेस के बीच सरकार गठन और लोकसभा में सीटों के तालमेल का तौर-तरीका तय हो गया है। झामुमो नेता हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे, जबकि कांग्रेस के हिस्से में चार मंत्री पद आएंगे। लोकसभा की 14 सीटों में कांग्रेस के खाते मे आठ सीटें रहेंगी।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। झारखंड में झामुमो और कांग्रेस के बीच सरकार गठन और लोकसभा में सीटों के तालमेल का तौर-तरीका तय हो गया है। झामुमो नेता हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे, जबकि कांग्रेस के हिस्से में चार मंत्री पद आएंगे। लोकसभा की 14 सीटों में कांग्रेस के खाते मे आठ सीटें रहेंगी। झामुमो को चार सीटों पर संतोष करना होगा, सरकार गठन में सहयोग कर रहे राजद को दो सीटें दी जाएंगी।
मंगलवार देर रात तक और बुधवार को पूरे दिन चली बैठकों में आगे का रास्ता तैयार कर लिया है। बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वरिष्ठ नेता एके एंटनी, प्रदेश प्रभारी वीके हरिप्रसाद, महासचिव शकील अहमद, अहमद पटेल और प्रदेश के कुछ नेताओं के साथ बैठक की। सोनिया की ओर से सरकार गठन में सहयोग के लिए स्वीकृति दे दी गई है।
सूत्र बताते हैं कि हेमंत सोरेन को यूं तो कहा गया था कि सरकार गठन के लिए जरूरी बाकी विधायकों का समर्थन वह खुद जुटाएं, लेकिन पर्दे के पीछे से कांग्रेस भी इस कोशिश में जुटी रही। मंगलवार की रात ही हेमंत ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर उनसे मदद मांगी थी। बुधवार की सुबह कांग्रेस के प्रदेश नेताओं ने भी लालू प्रसाद से जाकर मुलाकात की। बताते हैं कि हेमंत की सरकार में कोई उपमुख्यमंत्री नहीं होगा। दरअसल, कांग्रेस नहीं चाहती है कि अगर सरकार के दामन पर कोई आंच आए तो उसके लिए सीधे तौर पर कांग्रेस जिम्मेदार हो। लेकिन, वह सत्ता में शामिल होने का मौका भी नहीं छोड़ना चाहती है। खासतौर पर तब जबकि औपचारिक रूप से लोकसभा चुनाव में दोनों दलों का गठबंधन होना है।
पूरी कवायद में लोकसभा चुनाव ही अहम कड़ी थी। वर्तमान में राज्य की 14 सीटों में सिर्फ एक पर अटकी कांग्रेस चाहती है कि गठबंधन 10-12 सीटों पर कब्जा करे। कांग्रेस ने झामुमो को इसके लिए तैयार कर लिया है कि लोकसभा में कांग्रेस का हिस्सा बड़ा होगा।
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