सारधा की पैरवी से सिब्बल पर खफा कांग्रेस
संप्रग सरकार के दौरान कांग्रेस के नूर-ए-नजर रहे कपिल सिब्बल से कांग्रेस खफा है। सारधा घोटाला मामले में पश्चिम बंगाल सरकार का बचाव करने उतरे सिब्बल को लेकर पार्टी ने चेतावनी दी है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'एक वकील होने के नाते उन्हें किसके लिए लड़ना है इसके
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। संप्रग सरकार के दौरान कांग्रेस के नूर-ए-नजर रहे कपिल सिब्बल से कांग्रेस खफा है। सारधा घोटाला मामले में पश्चिम बंगाल सरकार का बचाव करने उतरे सिब्बल को लेकर पार्टी ने चेतावनी दी है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'एक वकील होने के नाते उन्हें किसके लिए लड़ना है इसके चुनाव का अधिकार है, लेकिन एक राजनीतिक कार्यकर्ता होने के नाते उन्हें कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान भी करना चाहिए।'
अगले साल राज्य में चुनावों का समाना करने जा रही कांग्रेस को सिब्बल के रुख से राजनीतिक झटका लगा है। इस मुद्दे को लेकर राज्य में आंदोलन चला रही कांग्रेस सिब्बल की पैरवी करने से बैकफुट पर है। राज्य ईकाई के जबरदस्त विरोध के बीच कांग्रेस आलाकमान ने भी सिब्बल से संकेतों में नाराजगी जता दी है। पश्चिम बंगाल कांग्रेस के प्रभारी सीपी जोशी ने भी राज्य ईकाई के सिब्बल विरोध को जायज ठहराया है।
जोशी ने कहा कि वह राज्य ईकाई की भावनाओं का समर्थन करते हैं। जबकि, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी से कपिल के इस केस की पैरवी को 'सबसे खराब' चीज बताते हुए अपने अध्यक्ष पद पर रहते हुए सिब्बल को पार्टी के किसी कार्यक्रम में बुलाने से मना कर दिया था। रंजन ने कहा कि जब तक वे राज्य में अध्यक्ष पद पर हैं सिब्बल को पार्टी के किसी कार्यक्रम में नही बुलाया जाएगा। उन्होंने इस बाबत जानकारी पार्टी आलाकमान को भी दे दी है।
कांग्रेस के वकील नेता पहले भी इस प्रकार के मुकदमों में पेश हो चुके है। पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद दुष्कर्म के आरोपी आसाराम का तो अभिषेक मनु सिंघवी केरल में लॉटरी के मुकदमें में पार्टी लाईन के इतर पैरवी कर चुके हैं। हालांकि, उस समय उन्हें पार्टी ने कुछ समय के लिए प्रतिबंधित कर दिया था।