अभिनेता फरहान अख्तर की सीएए पर टिप्पणी को लेकर बवाल, दर्ज की गई शिकायत; जानें इस बारे में
सीएए के तथ्यों को छेड़छाड़ के साथ ट्विटर पर प्रस्तुत करने के मामले में बॉलीवुड अभिनेता व फिल्मकार फरहान अख्तर के खिलाफ हिंदू संगठन के संस्थापक ने शिकायत की है।
हैदराबाद, प्रेट्र/एएनआइ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के तथ्यों को छेड़छाड़ के साथ ट्विटर पर प्रस्तुत करने के मामले में बॉलीवुड अभिनेता व फिल्मकार फरहान अख्तर के खिलाफ हिंदू संगठन के संस्थापक ने शिकायत की है।
साइदाबाद थाने में शिकायत
शहर के वकील और हिंदू संगठन के संस्थापक करुणा सागर ने फरहान के खिलाफ साइदाबाद थाने में शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अभिनेता फरहान अख्तर ने अपनी टिप्पणी के जरिये दलितों और मुसलमानों में भय फैलाया। साइदाबाद थाने के प्रभारी निरीक्षक श्रीनिवास ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है और तथ्यों की जांच की जा रही है। साथ ही कानूनी सलाह ली जा रही है कि इस शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज की जा सकती है या नहीं।
Telangana: The complaint has been filed by Hyderabad-based advocate Karuna Sagar, associated with the Hindu Sangathan. https://t.co/YkvKn5p0rZ" rel="nofollow — ANI (@ANI) December 20, 2019
फरहान पर गलतबयानी का आरोप
वकील का आरोप है कि फरहान ने ट्विटर पर एक फोटो के साथ एक पोस्ट साझा किया था। इसमें उन्होंने गलतबयानी करते हुए लिखा था कि हालिया नागरिकता संशोधन कानून मुसलमान, ट्रांसजेंडर, दलित और दस्तावेज न रखने वाले भूमिहीनों के खिलाफ है। इन लोगों को जेल या हिरासत शिविरों में रखे जाने के साथ-साथ वापस भेजे जाने का भी प्रावधान है। फरहान ने ट्वीट के साथ एक ग्राफिक भी शेयर किया था। इस ग्राफिक में भारत का नक्शा गलत बताया गया था। जानकारी होने पर फरहान अख्तर ने इसको लेकर माफी मांग ली। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि 'मैंने 19 दिसंबर को प्रदर्शन करने के लिए एक मैसेज पोस्ट किया था। इसके साथ ही एक ग्राफिक भी शेयर किया था। इस ग्राफिक पर इंडिया का मैप गलत है। कश्मीर का हर इंच और भाग इंडिया का हिस्सा है और मैं गलत मैप को खारिज करता हूं। मुझे खेद है कि इसे मैंने पहले नहीं देखा इसलिए मैं माफी मांगता हूं।'
आवाज बुलंद करना लोकतांत्रिक अधिकार
नागरिक संशोधन कानून के खिलाफ मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में शुक्रवार को आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान अभिनेता फरहन अख्तर ने कहा था किसी चीज के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करना लोकतांत्रिक अधिकार है, लोग अपनी आवाज उठा रहे हैं और मुझे लगता है जो कुछ भी हो रहा है उसमें निश्चित तौर पर कुछ भेदभाव हुआ है। इस प्रदर्शन रैली में फरहान अख्तर के अलावा जोया अख्तर, हुमा कुरैशी और सुशांत सिंह शामिल हुए थे।