कोरोना वैक्सीन के दूसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल सोमवार से, 380 को दी जाएगी 'कोवाक्सीन' की खुराक
भारत बायोटेक ने यह वैक्सीन भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआइवी) पुणे के साथ मिलकर तैयार की है।
हैदराबाद, आइएएनएस। भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन के दूसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण सोमवार से शुरू हो रहा है। हैदराबाद स्थित दवा निर्माता कंपनी को 'कोवाक्सीन' के क्लीनिकल ट्रायल के लिए सभी जरूरी मंजूरी मिल चुकी है।
स्वास्थ्य महानिदेशालय ने कंपनी को दूसरे चरण के परीक्षण के लिए दी मंजूरी
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के तहत आने वाले केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन की तरफ से कंपनी को दूसरे चरण के परीक्षण के लिए मंजूरी दे दी गई है। संयुक्त दवा नियंत्रक डॉ. एस ईश्वर रेड्डी की तरफ से कंपनी को मंजूरी संबंधी पत्र मिला है।
दूसरे चरण का परीक्षण 380 स्वयंसेवकों पर किया जाएगा
भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन बीबीवी152 या कोवाक्सीन के दूसरे चरण का परीक्षण 380 स्वयंसेवकों पर किया जाएगा। वैक्सीन की खुराक देने के बाद इन सभी पर लगातार चार दिनों तक नजर रखी जाएगी।
कंपनी ने वैक्सीन के पहले चरण का ट्रायल 15 जुलाई को शुरू किया था
कंपनी ने वैक्सीन के पहले चरण का ट्रायल देश के 12 केंद्रों पर 15 जुलाई को शुरू किया था। इसमें स्वयंसेवकों को 14 दिन के अंतराल में दो खुराक दी गई थी। 375 स्वयंसेवकों पर अभी यह परीक्षण जारी है। पहली खुराक देने के बाद इन लोगों पर दो दिनों तक नजर रखी गई थी। दूसरे चरण के ट्रायल में यह समय बढ़ाकर चार दिन कर दिया गया है।
भारत बायोटेक ने आइसीएमआर और एनआइवी के साथ मिलकर तैयार की वैक्सीन
भारत बायोटेक ने यह वैक्सीन भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआइवी), पुणे के साथ मिलकर तैयार की है।