अब एक क्लिक पर आप जान सकेंगे मंगल पर रोवर परसिवरेंस की लेटेस्ट पॉजीशन, जानें ताजा स्थिति
Mars Rover Perseverance की यदि आपको ताजा स्थिति जाननी हो तो आप कहां से जानेंगे। सवाल बड़ा दिलचस्प है और इसका जवाब भी बेहद दिलचस्प ही है। अब ये संभव है। नासा के एक लिंक से ये बेहद आसान हो गया है।
नई दिल्ली (ऑनलाइन डेस्क)। मंगल पर भेजे गए नासा के मार्स रोवर परसिवरेंस और हेलीकॉप्टर इंजेंविनिटी पर लगातार वैज्ञानिकों की निगाह लगी है। नासा के पास में लगातार इसकी लेटेस्ट जानकारी होती है। लेकिन अब उन लोगों के लिए जिन्हें नासा के इस मिशन में दिलचस्पी है, उनके लिए भी एक खास खबर सामने आई है। नासा के मुताबिक अब कोई भी, कहीं भी लाल ग्रह पर मौजूद मार्स परसिवरेंस की लेटेस्ट पॉजीशन को जा सकेगा। इसके लिए उसको नासा के दिए एक लिंक पर बस क्लिक करना होगा।
इस एक लिंक से नासा के इस मिशन की जानकारी रखने वालों को कई तरह की और अधिक दिलचस्प जानकारियां भी मिल सकेंगी। जैसे मार्स परसिवरेंस जब मंगल की सतह पर 18 फरवरी को उतरा था तो वो जगह कहां पर थी। इसके बाद ये रोवर मंगल की सतह पर कहां-कहां अब तक घूम चुका है। मंगल की सतह पर हेलीकॉप्टर इंजेंविनिटी को बाहर करने से पहले इसके कहां पर डेबरी शील्ड को गिराया था और कहां पर इंजेंविनिटी को बाहर निकाल कर टच डाउन करवाया था। साथ ही ये भी पता चल सकेगा कि इस हैलीकॉप्टर का फ्लाइट जोन या उसकी एयरफील्ड मार्स परसिवरेंस से कितनी दूर है और कितनी बड़ी है।
वर्तमान में यदि मार्स रोवर परसिवरेंस की बात करें तो फिलहाल अपनी पहले वाली पॉजीशन से करीब 270 मीटर की दूरी पर है। नासा ने मार्स परसिवरेंस के अकाउंट से ट्वीट किया है कि मैं कई मोड़ लेते हुए अपनी पहले की पॉजीशन से करीब 0.17 मील (270 मीटर) की दूरी पर हूं। जिस मैप पर आप रोवर की लेटेस्ट पॉजीशन की जानकारी ले सकते हैं उसकी कुछ और भी खासियत है। जैसे इस मैप को कहीं भी घुमाया जा सकता है। साथ ही इसको जूम आउट और जूम इन किया जा सकता है।
मैप को दरअसल, दो तरह से देखा जा सकता है1 इनमें से एक ग्रे स्केल वाला मैप जेजीरो क्रेटर मैप है जो वहां का वास्तविक नक्शा है। इसको नासा के मार्स रीकंसेंस ऑर्बिटर परसिवरें पर लगे हाईराइज (HiRISE)कैमरे से ले ली गई तस्वीरों के आधार पर है। इस (https://mars.nasa.gov/mars2020/mission/where-is-the-rover/)लिंक में इसकी वास्तविक इमेज को भी आसानी से देखा जा सकता है। इसमें हाई रिजोल्यूशन डिजीटल एलिवेशन मॉडल बनाया गया जो मंगल पर मौजूद चट्टानों की जानकारी दे सकेगा। स्र