CAA Protest VIDEO: जामिया की आयशा रेन्ना के बयान पर भड़की माकपा, कहा- माफी मांगो
देशभर में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर हंगामा हो रहा है। आज जामिया मिलाया इस्लामिया की छात्रा आयशा ने कहा कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनकी रिहाई की मांग करते हैं।
चेन्नई, पीटीआइ/ एएनआइ। नागरिकता संशोधन बिल को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच रविवार को जामिया मिलिया इस्लामिया की छात्रा आयशा रेन्ना ने मलप्पुरम में कहा कि हम अल्पसंख्यक या मुस्लिम बहुजन राजनीति के उदय के गवाह बनने जा रहे हैं। हम चाहते हैं कि चंद्रशेखर (भीम आर्मी चीफ) को तुरंत रिहा किया जाए। इतना ही नहीं, आयशा ने कहा कि पिछले 2 हफ्तों में, जामिया मिलिया इस्लामिया के कई छात्रों को पिनारयी विजयन सरकार और उनकी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया है। हम उनकी तत्काल रिहाई की मांग करते हैं।
भड़की माकपा ने कहा, माफी मांगो
वहीं दूसरी ओर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं ने जामिया मिलिया इस्लामिया की छात्रा आयशा रेन्ना के खिलाफ मलप्पुरम में विरोध प्रदर्शन किया। दरअसल, उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के नाम का इस्तेमाल करने के लिए उनसे माफी मांगने के लिए कहा गया।
#WATCH Kerala: Communist Party of India-Marxist (CPI-M) activists hold protest in Malappuram against Jamia Millia Islamia student Aysha Renna, demanding her apology for using the name of Pinarayi Vijayan, the Chief Minister of Kerala. (28.12.2019) pic.twitter.com/rC4vuQdjyT — ANI (@ANI) December 29, 2019
रंगोली बनाकर महिलाओं ने किया प्रदर्शन
वहीं रविवार को पुलिस ने कहा कि पांच महिलाओं सहित आठ लोगों को रविवार को कुछ समय के लिए हिरासत में लिया गया था, जब उन्होंने 'कोलाम' (रंगोली) बनाकर यहां सीएए विरोध प्रदर्शन किया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि बिना अनुमति के विरोध प्रदर्शन करने और दूसरों को असुविधा पहुंचाने के लिए उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
तमिलनाडु में जारी विरोध
तमिलनाडु के कई हिस्सों में राजनीतिक दलों और नागरिक समाज समूहों द्वारा पिछले कई दिनों से नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। दक्षिण चेन्नई के बेसेंट नगर इलाके में रविवार को आठ लोगों के समूह ने विरोध प्रदर्शन किया।
सीएए और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के विरोध को व्यक्त करने के लिए उन्होंने 'कोल्लम' का इस्तेमाल किया और पुलिस द्वारा हिरासत में लेने से पहले 'नो टू एनआरसी' और 'नो टू एनपीआर' के नारे लगाए। पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने उन्हें चेतावनी दी और बाद में उन्हें छोड़ दिया। हिरासत में लिए गए लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके फोन छीन लिए।