Citizenship Amendment Act : असम में सुधर रहे हालात, 136 मामले दर्ज; 190 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार
असम में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में भड़की आग अब शांत हो रही है। असम पुलिस के महानिदेशक भास्कर ज्योति महंता का कहना है कि दुर्भाग्य से पुलिस कार्रवाई में 4 लोग मारे गए।
नई दिल्ली, पीटीआइ। असम में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में भड़की आग अब शांत हो रही है। कर्फ्यू में भी ढील लगातार बढ़ाई जा रही है। असम पुलिस के महानिदेशक भास्कर ज्योति महंता का कहना है कि दुर्भाग्य से पुलिस कार्रवाई में 4 लोग मारे गए। स्थिति ऐसी हो गई थी कि अधिक लोगों और संपत्ति को बचाने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी। स्थिति अब काफी नियंत्रण में है। असम में भाजपा विधायक हिमंत बिस्वा सरमा के मुताबिक, असम सरकार ने मंगलवार से कर्फ्यू (रात का कर्फ्यू भी) को पूरी तरह हटाने का निर्णय किया है।
असम के पुलिस महानिदेशक ने कहा, '136 मामले अब तक दर्ज किए गए हैं और 190 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। ये सामान्य लोकतांत्रिक प्रदर्शनकारी नहीं थे, लेकिन हिंसा में लिप्त लोगों, कुछ षड्यंत्रकारियों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिनमें विभिन्न संगठनों के कुछ प्रमुख नेता भी शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल की अध्यक्षता में हुई कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया गया कि कर्फ्यू को अब पूरी तरह से हटा देना चाहिए, वहीं इंटरनेट सेवा भी अब बहाल करने में कोई दिक्कत नहीं है। बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ उत्तर-पूर्वी राज्यों में उग्र प्रदर्शन हुए, जिससे यहां की स्थिति पिछले दिनों काफी गंभीर हो गई थी। इसके बाद नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ भड़की आग देश के अन्य शहरों में भी पहुंच गई।
असम के स्कूल-कॉलेज 22 दिसंबर तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया का दुरुपयोग रोकने के लिए 16 दिसंबर तक इंटरनेट सेवाएं बंद रखने का एलान किया गया था। यहां हो रहे प्रदर्शनों में तीन रेलवे स्टेशन, एक पोस्ट ऑफिस, एक बैंक, एक बस टर्मिनस समेत कई सार्वजनविक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है। वहीं, कई दुकानों और गाड़ियों में या तो आग लगा दी गई या तोड़फोड़ की गई। जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री सोनोवाल जल्द ही वहां के हालात को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं।
असम तो शांत हो गया है, लेकिन देश के अन्य राज्यों में नागरिकता संशोधन कानून का काफी विरोध हो रहा है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बाद मंगलवार को केरल में भी प्रदर्शन शुरू हो गया। यहां प्रदर्शनकारियों ने सरकारी और प्राइवेट बसों पर पत्थरबाजी कर उन्हें नुकसान पहुंचा है।