माडर्ना की सिंगल डोज वैक्सीन के लिए सिप्ला ने मांगीं रियायतें, सरकार से आश्वासन मिलते ही उठाएगी यह कदम
भारत में माडर्ना की एकल खुराक वाली कोविड-19 बूस्टर वैक्सीन को तत्काल भारत लाने के लिए दवा निर्माता कंपनी सिप्ला ने सरकार से क्षतिपूर्ति मूल्य सीमा से छूट ब्रिजिंग ट्रायल और बुनियादी सीमा शुल्क से छूट देने का अनुरोध किया है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत में माडर्ना की एकल खुराक वाली कोविड-19 बूस्टर वैक्सीन को तत्काल भारत लाने के लिए दवा निर्माता कंपनी सिप्ला ने सरकार से क्षतिपूर्ति, मूल्य सीमा से छूट, ब्रिजिंग ट्रायल और बुनियादी सीमा शुल्क से छूट देने का अनुरोध किया है। सूत्रों ने सोमवार को बताया कि वैक्सीन आयात के लिए सिप्ला अमेरिकी कंपनी को एक अरब डालर का अग्रिम भुगतान करने को तैयार है।
कोरोना के खिलाफ देश में वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाने के प्रयासों के लिए सरकार की सराहना करते हुए, भारतीय फार्मा दिग्गज सिप्ला ने कहा है कि बूस्टर वैक्सीन पर माडर्ना के साथ उसकी चर्चा अंतिम दौर में है। टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए कंपनी, सरकार के समर्थन और सहभागिता चाहती है।
कंपनी ने सरकार से चार महत्वपूर्ण बिंदुओं पर रियायतें देने का अनुरोध किया है। इन चार बिंदुओं में मूल्य प्रतिबंध से छूट, क्षतिपूर्ति, ब्रिजिंग ट्रायल छूट और बुनियादी सीमा शुल्क छूट शामिल है। सूत्रों के मुताबिक सिप्ला का कहना है कि इन बिंदुओं पर सरकार से आश्वासन मिलते ही वह माडर्ना को एक अरब अमेरिकी डालर (7,250 करोड़ रुपये) का भुगतान करने का आश्वासन दे देगी।
सिप्ला का इस संबंध में केंद्र सरकार के साथ 29 मई को संवाद हुआ है। उच्च-स्तरीय बैठक के दौरान बताया गया कि माडर्ना ने भारतीय बाजार के लिए सिंगल-डोज वैक्सीन लांच करने का प्रस्ताव दिया है। इसके लिए वह सिप्ला के अलावा अन्य भारतीय कंपनियों के साथ चर्चा कर रही है।
उस बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि 2022 के लिए माडर्ना को आर्डर दिए जा सकते हैं। सिप्ला ने 2022 के लिए माडर्ना से पांच करोड़ डोज खरीदने के लिए रुचि दिखाई है। इसी संदर्भ में सिप्ला ने कहा है कि इस समय देश में कोरोना की पर्याप्त दवाएं उपलब्ध कराए जाने की जरूरत है जिसमें कासिरीविमैब और इमडेविमैब का काकटेल भी शामिल है।
कंपनी ने कहा कि इस समय माडर्ना की वैक्सीन सबसे ज्यादा कारगर है। इसके साइड इफेक्ट भी बहुत कम हैं। यह कंपनी किशोरों और बच्चों के लिए वैक्सीन बनाने में तेजी से जुटी हुई है। ऐसे में हम चाहते हैं कि सरकार माडर्ना वैक्सीन के लिए रियायतें दे ताकि देश में टीकाकरण की रफ्तार और तेज की जा सके।