हिंद महासागर में चीन की दखल से नए खतरे
कोलकाता। अरूणाचल प्रदेश में अपने हितों के साथ साथ चीन हिंद महासागर में भी अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ा रहा है। इससे आगे चलकर एशिया महाद्वीप के दो बड़े देशों भारत व चीन के बीच युद्ध की संभावना बढ़ जाती है। अंतरराष्ट्रीय पत्रकार ब्रटील लिंटनर ने अपनी नई पुस्तक में इस बात का जिक्र किया है।
कोलकाता। अरुणाचल प्रदेश में अपने हितों के साथ-साथ चीन हिंद महासागर में भी अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ा रहा है। इससे आगे चलकर एशिया महाद्वीप के दो बड़े देशों भारत व चीन के बीच युद्ध की संभावना बढ़ जाती है। अंतरराष्ट्रीय पत्रकार ब्रटील लिंटनर ने अपनी नई पुस्तक में इस बात का जिक्र किया है।
बर्मा के विदेश नीति के विशेषज्ञ लिंटनर ने हार्पर कोलिन्स द्वारा प्रकाशित पुस्तक ग्रेट गेम ईस्ट में कहा है कि यह तर्क दिया जा सकता है एक व्यापक शीत युद्ध भारत व चीन के बीच चल रहा है और इसके लिए चीन बर्मा के माध्यम से समुद्र में अपना संपर्क बढाने की कोशिश कर रहा है।
हालांकि अरूणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों पर चीन ने अपना दावा ठोका है बावजूद इसके एक विशेष रणनीति के तहत हिंद महासागर स्थित कोको द्वीप में बर्मा नौसेना बेस का होना भारत के लिए चिंता का विषय है। वैसे भी चीन-बर्मा के बीच मजबूत रिश्ता भारत के लिए अच्छा संकेत नहीं है। लेखक ने इस पुस्तक में सवाल करते हुए कहा है कि क्या इस द्वीप में चीनी है, अगर हां तो उनकी क्षमता कितनी है और क्या वहां पर सिग्नल प्राप्ति के लिए कोई इंटेलीजेंस पोस्ट है। इसी तरह से अनेक सवाल इस पुस्तक में उठाए गए है। वैसे, बर्मा सेना के खिलाफ अनोखी खबरों किए जाने के कारण लिंटनर को वर्ष 1985 के बाद से बर्मा में प्रवेश नहीं करने दिया है।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर