Move to Jagran APP

मृतक सैनिकों के परिजनों को चुप कराने की कोशिश कर रहा चीन, नहीं मिला कोई सम्‍मान

चीन में दो दिन पहले ही एक वीडियो सामने आया था जिसमें पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवानों के परिवार इस बात से नाराज दिख रहे हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 26 Jun 2020 06:15 AM (IST)Updated: Fri, 26 Jun 2020 06:15 AM (IST)
मृतक सैनिकों के परिजनों को चुप कराने की कोशिश कर रहा चीन, नहीं मिला कोई सम्‍मान
मृतक सैनिकों के परिजनों को चुप कराने की कोशिश कर रहा चीन, नहीं मिला कोई सम्‍मान

नई दिल्ली, आइएएनएस। चीन ने गलवन घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ संघर्ष में मारे गए चीनी सैनिकों के पीडि़त परिवारों को शांत करने का प्रयास किया है। चीनी की कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र द ग्लोबल टाइम्स के संपादक हू जिन ने लिखा है कि मृतकों को सैन्य सम्मान दिया गया है और यह जानकारी अंतत: सही समय पर लोगों को दी जाएगी, ताकि इन नायकों को याद किया जा सके। 

loksabha election banner

चीन के मारे गए सैनिकों को कोई सम्मान नहीं मिला

उल्लेखनीय है कि चीन आधिकारिक रूप से स्वीकार नहीं करता कि झड़प में उसके सैनिकों की मौत हुई थी। चीन में दो दिन पहले ही एक वीडियो सामने आया था, जिसमें पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवानों के परिवार इस बात से नाराज दिख रहे हैं कि भारतीय शहीदों के विपरीत, चीन के मारे गए सैनिकों को कोई सम्मान नहीं मिला। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके बाद संपादकीय में यह बात कही गई है।  

चीन ने मारे गए सैनिकों के बारे में अब तक चुप्पी नहीं तोड़ी

हालांकि ग्लोबल टाइम्स ने कहा है गलवन में हिंसक झड़प में 20 से कम चीनी सैनिक मारे गए हैं। चीन सरकार ने इस बारे में अब तक चुप्पी नहीं तोड़ी है। हू ने 'पीएलए अधिकारियों और सैनिकों को शीर्ष श्रद्धांजलि' देते हुए लिखा, 'चीन की सुरक्षा और चीन की शांति उन पर निर्भर करती है। अब तक चीनी सेना ने मृतकों के बारे में कोई सूचना जारी नहीं की है। पूर्व सैनिक और फिलहाल मीडिया पेशेवर के तौर पर मैं समझता हूं कि यह दोनों देशों में, विशेष रूप से भारत में, जनता के विचारों को नहीं भड़काने के लिहाज से एक जरूरी कदम है। यह बीजिंग की अच्छी सोच है।' कम से कम 40 चीनी सैनिक मारे जाने और भारत की ओर से 16 चीनी सैनिकों के शव सौंपे जाने की भारतीय मीडिया की खबरों को ग्लोबल टाइम्स के संपादक ने बेबुनियाद कहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.