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एनवीडीए की परियोजनाओं की समीक्षा में मुख्यमंत्री ने कहा- गलत भुगतान किया तो छोडूंगा नहीं

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के कार्यों की समीक्षा के दौरान कहा कि कार्यों में कोई भी लापरवाही होती है अथवा गलत भुगतान किया जाता है तो मैं जिम्मेदार व्यक्तियों को छोडूंगा नहीं। कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 27 Mar 2021 11:26 PM (IST)Updated: Sat, 27 Mar 2021 11:26 PM (IST)
एनवीडीए की परियोजनाओं की समीक्षा में मुख्यमंत्री ने कहा- गलत भुगतान किया तो छोडूंगा नहीं
एनवीडीए की परियोजनाओं की समीक्षा में बोले मुख्यमंत्री जनधन का हो सही उपयोग।

भोपाल, स्टेट ब्यूरो। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) की सिंचाई और अन्य परियोजनाएं बड़ी लागत की होती हैं। इनमें जनधन का पूरा और सही उपयोग होना चाहिए। परियोजनाओं को स्वीकृत करने से पहले ध्यान रखा जाना चाहिए कि निर्माण समयसीमा में हो और जनता के लिए उपयोगी हों। योजनाएं बनाते समय सारे तथ्यों को जांच-परख लें, जल्दबाजी न करें, परियोजनाएं पुख्ता होनी चाहिए। कार्यों में कोई भी लापरवाही होती है अथवा गलत भुगतान किया जाता है तो मैं जिम्मेदार व्यक्तियों को छोडूंगा नहीं। कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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मुख्यमंत्री शिवराज ने की नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के कार्यों की समीक्षा 

मुख्यमंत्री मंत्रालय में प्राधिकरण के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में बताया गया नर्मदा वाटर डिस्प्यूट ट्रिब्यूनल अवार्ड 1979 के अनुसार मध्यप्रदेश को 18.25 एमएएफ (एक एमएएम= 1233.47 मिलियन क्यूबिक मीटर) नर्मदा जल आवंटित किया गया है, जिसका उपयोग 2024 तक किया जाना है। इसके अंतर्गत स्वीकृत तीन परियोजनाओं अपर नर्मदा परियोजना डिंडौरी (लागत 1,483 करोड़ व प्रस्तावित सिंचाई क्षमता 45,600 हेक्टेयर), चिंकी बोरास बराज संयुक्त बहुउद्देशीय परियोजना नरसिंहपुर (लागत 5,839 करोड़ व प्रस्तावित सिंचाई क्षेत्र 1,31,925 हेक्टेयर) तथा सांवेर माइक्रो सिंचाई परियोजना इंदौर-खरगोन-उज्जैन (लागत 3,047 करोड़ रुपये व प्रस्तावित सिंचाई क्षेत्र 80,000 हेक्टेयर) के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं।

सात परियोजनाओं के लिए जून में आमंत्रित होंगी निविदाएं 

स्वीकृत सात परियोजनाओं शक्कर पेंच लिंक संयुक्त परियोजना नरसिंहपुर-छिंदवाड़ा, कुक्षी माइक्रो सिंचाई परियोजना धार, दूधी परियोजना होशंगाबाद-छिंदवाड़ा, हार्डिया बराज परियोजना हरदा, राघवपुर बहुउद्देशीय परियोजना डिंडौरी बसानिया बहुद्देशीय परियोजना मंडला तथा होशंगाबाद बराज परियोजना के लिए निविदाएं जून में आमंत्रित की जाएंगी। इनकी कुल लागत 15,568 करोड़ रुपये है तथा इनसे प्रस्तावित सिंचाई क्षेत्र 2,87,616 हेक्टेयर है। 30.48 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई प्राधिकरण की पूर्ण एवं निर्माणाधीन परियोजनाओं से प्रदेश के 30 लाख 48 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है।

परियोजनाओं के पूर्ण होने पर 37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में होगी सिंचाई

परियोजनाओं के पूर्ण होने पर लगभग 37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होने लगेगी। बैठक में उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण एवं नर्मदा घाटी विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव आइसीपी केशरी, प्रमुख सचिव मनोज गोविल आदि उपस्थित थे।


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