अगले चीफ जस्टिस के लिए जस्टिस एसएस बोबडे का नाम, CJI रंजन गोगोई का प्रस्ताव
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर होने वाले हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। चीफ जस्टिस (CJI)रंजन गोगोई (Ranjan Gogoi) ने अगले चीफ जस्टिस के तौर पर वरिष्ठतम जज जस्टिस एसएस बोबडे के नाम का प्रस्ताव दिया है। ऐसी परंपरा रही है कि रिटायरमेंट से पहले चीफ जस्टिस अपने बाद के उत्तराधिकारी का चुनाव करता है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर होने वाले हैं।
बता दें कि CJI गोगोई अयोध्या मामले की सुनवाई कर रहे हैं। मामले की सुनवाई पूरी हो गई है और 7 नवंबर तक फैसला आने की उम्मीद जताई गई है।
चीफ जस्टिस ने शुक्रवार को केंद्र को एक पत्र भेजा जिसमें उन्होंने अगले चीफ जस्टिस के लिए जस्टिस बोबडे के नाम का प्रस्ताव पेश किया है। जस्टिस बोबडे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम जस्टिस हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जस्टिस गोगोई ने कानून मंत्रालय को पत्र लिखा और अगले चीफ जस्टिस के लिए जस्टिस बोबडे का नाम दिया है।
जस्टिस गोगोई ने भारत के 46वें चीफ जस्टिस के तौर पर 3 अक्टूबर 2018 को शपथ ली थी और 17 नवंबर 2019 को अपने पद से रिटायर होने वाले हैं।
अयोध्या मामले में फैसले के लिए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने अपनी विदेश यात्रा कैंसल कर दी। उल्लेखनीय है कि गोगोई की अगुवाई में मामले की सुनवाई कर रही बेंच ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।
अगर चीफ जस्टिस के इस सुझाव को मान लिया जाता है तो जस्टिस शरद अरविंद बोबडे 47वें चीफ जस्टिस का पद संभालने वाले हैं। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के रिटायरमेंट के एक दिन बाद 18 नवंबर को 63 वर्षीय जस्टिस बोबडे इस पद की शपथ ले सकते हैं। वे सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे वरिष्ठ जज हैं।
चीफ जस्टिस बनने के बाद जस्टिस बोबडे का कार्यकाल करीब 18 माह होगा। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस के तौर पर काम करने के बाद वर्ष 2012 के अप्रैल माह में बोबडे का प्रमोशन किया गया था। महाराष्ट्र मूल के जस्टिस बोबडे ने नागपुर यूनिवर्सिटी में कानून की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने बांबे हाई कोर्ट के नागपुर बेंच के साथ प्रैक्टिस की।
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