छत्तीसगढ़: डीआरजी के साथ मुठभेड़ में मारे गए दो नक्सली कमांडर, हथियार बरामद
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में पुलिस (जिला रिजर्व बल) और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में दो नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी मिली है।
दंतेवाड़ा, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में पुलिस (जिला रिजर्व बल) और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में दो नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी मिली है। इसके साथ ही पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से भरमार बंदूक, बम बनाने का सामान और नक्सल सामग्री बरामद की है। मारे गए दोनों नक्सली संगठन में कमांडर के ओहदे पर काम कर रहे थे और दोनों के सर पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने घटना की पुष्टी करते हुए बताया कि कटेकल्याण थाना क्षेत्र के मुनगा के जंगलों में हुई पुलिस टीम और नक्सलियों के बीच मंगवार को मुठभेड़ हुई है। पुलिस टीम सर्चिंग पर निकली थी इसी दौरान नक्सलियों से सामना हो गया। पुलिस टीम को देखकर नक्सलियों ने दूसरी ओर से फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में दो वर्दीधारी नक्सली मारे गए। करीब एक घंटे चली मुठभेड़ के दौरान खुद को कमजोर पाता देख नक्सली घटना स्थल पर अपने कुछ हथियार और सामान छोड़कर भाग खड़े हुए। फायरिंग बंद होने के बाद पुलिस टीम ने घटना स्थल की सर्चिंग की तो वहां दो माओवादियों के शव बरामद हुए।
इसके अलावा घटना स्थल से दो भरमार बंदूक, बारूद, डेटोनेटर, नक्सल साहित्य और बड़ी संख्या में अन्य नक्सली सामग्री बरामद की गई है। शव और जब्त सामग्री को जिला मुख्यालय लाया जा रहा है। मारे गए नक्सलियों की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। टीम के वापस लौटने के बाद उनकी पहचान की जा सकेगी। मुठभेड़ के बाद नक्सलियों के क्षेत्र में जमावड़े के मद्देजन पूरे जिले में सर्चिंग अभियान को और तेज कर दिया गया है। मारे गए नक्सलियों की पहचान हिड़मा मंडावी और हूंगा मंडावी के रूप में हुई है। हिड़मा मंडावी कटेकल्याण एलजीएस में प्लाटून कमांडर और हूंगा मंडावी मिलिशिया प्लाटून कमांडर के ओहदे पर नक्सली संगठन में काम कर रहा था। दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
बता दें कि दंतेवाड़ा जिला छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों में से एक है। यहां आए दिन नक्सली हिंसक वारदातों को अंजाम देते रहते हैं। पिछले चुनावों से पहले दंतेवाड़ा जिले में ही एक हमले में नक्सलियों ने भाजपा विधायक भीमा मंडावी की जघन्य हत्या कर दी थी। यहां नक्सलियों के पैर उखाड़ने के लिए पुलिस और सुरक्षा बल पूरी मुस्तैदी के साथ काम में जुटे हुए हैं।