लॉकडाउन में प्रवासी श्रमिकों को सुविधाएं देने में छत्तीसगढ़ शीर्ष स्थान पर
लॉकडाउन के दौरान लौटे प्रवासी श्रमिकों को सुविधाएं देने के मामले में छत्तीसगढ़ श्रेष्ठ साबित हुआ है। प्रदेश में लौटे 97.80 फीसद प्रवासी श्रमिकों को सरकार ने निशुल्क चावल के साथ शत-प्रतिशत क्वारंटाइन सुविधा दी। पढ़े पूरी खबर।
रायपुर, ब्यूरो। लॉकडाउन के दौरान लौटे प्रवासी श्रमिकों को सुविधाएं देने के मामले में छत्तीसग़़ढ श्रेष्ठ साबित हुआ है। प्रदेश में लौटे 97.80 फीसद प्रवासी श्रमिकों को सरकार ने निशुल्क चावल के साथ शत--प्रतिशत क्वारंटाइन सुविधा उपलब्ध कराई। इंटरफेरेंशियल सर्वे स्टैटिक्स एंड रिसर्च फाउंडेशन ([आइएसएसआरएफ)] के सर्वे में यह जानकारी सामने आई है।
बंगाल तीसरे तो उत्तर प्रदेश चौथे नंबर पर
92.80 फीसद श्रमिकों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने वाला झारखंड इस सूची में दूसरे स्थान पर है। बंगाल तीसरे नंबर पर है। इसी तरह 80.13 फीसद के साथ उत्तर प्रदेश चौथे, 50.21 फीसद के साथ बिहार पांचवें और 43.06 फीसद श्रमिकों को राशन देने वाला ओडिशा छठे स्थान पर है।
देश में लगाना पड़ा था लॉकडाउन
बता दें कि कोरोना संकट से इस वक्त पूरी दुनिया जुझ रही है। इस संक्रमण से बचने के लिए बीते दिनों सरकार को लॉकडाउन लगाना पड़ा था। इस दौरान लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। देश के कोने-कोने में लोग फंस गए थे। इन लोगों की हरसंभव मदद देने के लए सरकार की तरफ से विशेष ट्रेनें भी चलाई गई थी।
बीते 24 घंटे में देश में 61,871 नए मामले दर्ज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 61,871 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 1,033 लोगों की इसके कारण मौत भी हुई है। इसको मिलाकर देश में कोराना के कुल मामले 74 लाख के पार चले गए हैं। देश में अब तक 74 लाख 94 हजार 552 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 65 लाख 97 हजार 210 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं एक्टिव केस की संख्या देश में तेजी से घट रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में फिलहाल 7 लाख 83 हजार 311 सक्रिय मामले हैं। भारत में कोरोना वायरस के कारण 1 लाख 14 हजार 31 लोग अब तक दम तोड़ चुके हैं।