छत्तीसगढ़ : सिंचाई विभाग ने अतिक्रमण के लिए भगवान शिव को नोटिस, विरोध हुआ तो मानी गलती
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में नहर किनारे से अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई के दौरान भगवान शिव को नोटिस जारी कर दिया गया। इतना ही नहीं सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को एक मृतक को भी नोटिस जारी किया।
नईदुनिया, जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में नहर किनारे से अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई के दौरान भगवान शिव को नोटिस जारी कर दिया गया। इतना ही नहीं, सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को एक मृतक को भी नोटिस जारी किया। लोगों ने जब इसका विरोध किया तब विभाग केएसडीओ ने इसे लिपिकीय त्रुटि बताते हुए सुधार कर नोटिस जारी करने की बात कही है। मंगलवार को मंदिर संचालन समिति को नोटिस जारी किया गया।
दरअसल, सिंचाई विभाग के पूर्व एग्जिक्यूटिव इंजीनियर (ईई) द्वारा आइबी रोड पर नहर किनारे सिंचाई विभाग की जमीन पर अतिक्रमण कर कांप्लेक्स और मकान निर्माण किए जाने का मुद्दा उठाया गया था। इस मामले ने जब तूल पकड़ा तो विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई करने से यह कहते हुए इन्कार कर दिया था कि उनके पास जमीन का नक्शा नहीं है।
आनन-फानन में नोटिस जारी किए गए
दूसरी ओर, कुछ दिनों पूर्व मुख्य नगर पालिका अधिकारी का प्रभार संभालते समय प्रशिक्षु आइएएस रोमा श्रीवास्तव के पास जब नहर किनारे स्थित कुछ मकानों में पानी भरने की जानकारी सामने आई तो मौके पर पंहुचकर उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को बुलाकर फटकार लगाई। इस पर आनन-फानन में नाप-जोख कर नोटिस जारी किए गए। भगवान शिव व एक मृतक सहित 45 लोगों को नोटिस जारी किए गए।
वार्ड नंबर-8 स्थित शिव मंदिर को लेकर नोटिस भेजा गया
भगवान शिव को वार्ड नंबर-8 स्थित शिव मंदिर को लेकर नोटिस भेजा गया। सभी को सात दिन के भीतर अतिक्रमण हटाने को कहा गया है। इस दौरान सुनवाई या अपना पक्ष रखने का कोई मौका भी नहीं दिया गया। यह जानकारी जब श्रद्घालुओं को मिली तो उन्होंने विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद विभाग ने गलती मानी। जांजगीर शाखा नहर उपसंभाग क्रमांक-एक के एसडीओ डीएल खुंटे ने कहा कि लिपिकीय त्रुटिवश भगवान शिव को नोटिस जारी हो गया था। इसे सुधारकर अब मंदिर समिति के पदाधिकारियों को नोटिस जारी कर दिया गया है।