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छत्तीसगढ़: लड़कों की दरिंदगी का शिकार नाबालिग लड़की ने मौत को लगाया गले, कब्र खोदकर निकाली लाश

दो माह पूर्व की घटना में शादी में चलने वाले नृत्य- संगीत के कार्यक्रम में कुछ लड़कियां शामिल होने गई थीं। उन्हीं में से दो लड़कियों को कुछ मनचलों ने पकड़ लिया। एक भागने में कामयाब लेकिन दूसरी के साथ कई युवकोंं ने की दरिंदगी।

By Nitin AroraEdited By: Published: Wed, 07 Oct 2020 08:13 PM (IST)Updated: Wed, 07 Oct 2020 08:13 PM (IST)
छत्तीसगढ़: लड़कों की दरिंदगी का शिकार नाबालिग लड़की ने मौत को लगाया गले, कब्र खोदकर निकाली लाश
कई युवकोंं ने नाबालिग लड़की को बनाया शिकार।

कोंडागांव, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के घूर नक्सल प्रभावित कोंडागांव जिले में एक नाबालिग लड़की कुछ लड़कों के हाथों दरिंदगी का शिकार हुई और फिर उसने मौत को गले लगा लिया। घटना के बारे में घर वालों को तब खबर लगी जब लोगों के बीच इसकी चर्चा होने लगी। पुलिस ने जांच का हवाला दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। इसी बीच जिले के एसपी गांव के दौरे पर आए। मृतका के परिजनों ने जब उन्हें इस बारे में बताया तो उन्होंने जांच की बात कही और फिर लड़की की कब्र को खोदवा कर वहां से शव को निकाला गया। शव को पंचनामे के लिए भेजा गया है।

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घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार लगभग दो माह पूर्व की घटना में शादी में चलने वाले नृत्य- संगीत के कार्यक्रम में कुछ लड़कियां शामिल होने गई थीं। उन्हीं में से दो लड़कियों को कुछ मनचलों ने पकड़ लिया। इनमें से एक लड़की किसी तरह लड़कों के चंगुल से बचकर भागने में सफल हो गई, लेकिन एक वहीं फंस गई। इसके बाद कई युवकोंं ने उसे दरिंदगी का शिकार बनाया। इसके बाद लड़कों ने इस घटना की जानकारी किसी को देने पर जान से मारने की धमकी देते हुए उसे छोड़ दिया।

लड़कों की दरिंदगी का शिकार हुई लड़की जब अपने घर पंहुची तो माता- पिता और परिवार के लोगों को अापबीती बताने की हिम्मत नहीं जुटा सकी। अपने साथ हुई इस दरिंदगी से आहत लड़की अंदर- अंदर घुटती रही और आखिरकार उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। दूसरे दिन लड़की के मृत शरीर को परिवार एवं ग्रामीणों ने दफन कर दिया।

लड़की की मौत के बाद उसके साथ घटी घटना की गांव में चर्चा होने लगी। यह बात किसी तरह पुलिस तक पहुंची और फिर मृतका के परिजनों से पुलिस ने बात-चीत की। उनके बयान लेने के बाद मामले की जांच शुरू करने की बात कही। परिजनों में उम्मीद जगी की उनकी बेटी को अब न्याय मिलेगा, लेकिन घटना के कई महीना बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी बीच लड़की के पिता ने जहर पीकर जान देने की भी कोशिश की, लेकिन समय रहते परिवार वाले उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र धनोरा लेकर गए और किसी तरह उसकी जान बच गई। इस हादसे के बाद से लड़की के पिता अपनी सुध बुध पूरी तरह खो बैठे हैं।

इसी दौरान जिले के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी, केशकाल अनुविभागीय पुलिस अधिकारी अमित पटेल धनोरा पुलिस बल के साथ दौरे पर मृतका के गांव पहुंचे थे। इसी दौरान परिवार के लोगों ने उन्हें इस घटना के बारे में बताया। पुलिस अधीक्षक ने घटना की जांच के आदेश दिए। इसके बाद मृत नाबालिग को दफनाए गए स्थल से उसके शव को निकालकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू की गई। पूर्व विधायक कृष्ण कुमार ध्रुव ने भी मामले को गंभीर अपराध बताते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मामले की पूरी बारीकी से जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।


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