छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी कामयाबी, सुरक्षाबलों पर हमले में शामिल नक्सली ने किया सरेंडर
नक्सली बामन मंडावी का हाथ दंतेवाड़ा और सुकमा में सुरक्षाबलों पर हमलों को अंजाम देने में भी रहा है।
दंतेवाड़ा, पीटीआइ। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाए जा रहे नक्सलियों के आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति को बडी सफलता मिल रही है। शनिवार को 26 वर्षीय 3 लाख रूपये के इनामी नक्सली ने दंतेवाड़ा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने कहा कि नक्सली बामन मंडावी ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने बताया कि कई बड़ी वारदातों में शामिल बामन ने समर्पण की वजह बड़े नक्सली नेताओं का भेदभावपूर्ण व्यवहार, उनकी खोखली विचारधारा और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होना बताया है।
पलटन नंबर 26 का सेक्शन कमांडर था मंडावी
अधिकारी के मुताबिक मांडवी नक्सलियों के कटेकल्याण एरिया कमेटी के पलटन नंबर 26 का सेक्शन कमांडर था। साल 2010 में वो नक्सलियों के निचले स्तर के सदस्य के रूप में शामिल हुआ था। दंतेवाड़ा और सुकमा में सुरक्षाबलों पर कई हमलों को अंजाम देने में भी ये शामिल रहा था।
सुरक्षाबलों पर कई हमलों में रहा है शामिल
बता दें कि नक्सली मंडावी 2014 में सुकमा जिले के तहकवाड़ा गांव में हुए नकस्ली हमले में शामिल था। इस हमले में सीआरपीएफ के 16 जवान शहीद हुए थे। इसके अलावा 2015 में दंतेवाड़ा के मेलवाड़ा में सुरक्षाबलों की गाड़ी को निशाना बनाने में भी इसका हाथ रहा है। यहां नकस्लियों ने सीआरपीएफ की गाड़ी पर आइइडी (IED) के जरिए हमला किया था। हमले में सीआरपीएफ के 7 जवान शहीद हो गए थे।
दिया जा रहा है 10 हजार प्रोत्साहन राशि
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मंडावी को प्रोत्साहन राशि के रूप में 10,000 रुपये दिए गए और राज्य सरकार के आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत उसे और सहायता प्रदान की जाएगी।
पिछले महीने 28 नक्सलियों ने किया था सरेंडर
गौरतलब है कि पिछले महीने 28 नक्सलियों ने सरेंडर किया था, जिनमें से चार नक्सलियों पर इनाम रखा गया था। इन नक्सलियों ने दंतेवाड़ा जिले में आत्मसमर्पण किया था।