Move to Jagran APP

घटिया चावल मामला: आठ राइस मिलों को किया सील, 10 पर आज होगी कार्रवाई

अनुविभागीय अधिकारी राजस्व संदीप सिंह ने बताया कि वारासिवनी अनुविभाग की कस्टम मिलिंग के लिए अनुबंधित राइस मिलों द्वारा गुणवत्ताहीन चावल प्रदान किया गया है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Thu, 03 Sep 2020 09:44 AM (IST)Updated: Thu, 03 Sep 2020 09:44 AM (IST)
घटिया चावल मामला: आठ राइस मिलों को किया सील, 10 पर आज होगी कार्रवाई
घटिया चावल मामला: आठ राइस मिलों को किया सील, 10 पर आज होगी कार्रवाई

वारासिवनी/बालाघाट, जेएनएन। कस्टम मिलिंग के लिए ली गई धान के बदले में घटिया व गुणवत्ताहीन चावल देने के मामले में बुधवार को जिला प्रशासन ने नागरिक आपूर्ति निगम के प्रभारी प्रबंधक आरके सोनी व क्वालिटी इंस्पेक्टर एसपी श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया है। वहीं वारासिवनी की तीन व बैहर की पांच राइस मिलों और उनके गोदामों को सील करने की कार्रवाई की गई है। कुल 18 राइस मिलों में से 10 पर गुरवार को कार्रवाई की जाएगी।

loksabha election banner

अनुविभागीय अधिकारी राजस्व संदीप सिंह ने बताया कि वारासिवनी अनुविभाग की कस्टम मिलिंग के लिए अनुबंधित राइस मिलों द्वारा गुणवत्ताहीन चावल प्रदान किया गया है। कलेक्टर ने उनको सील करने के लिए तीन टीमों का गठन किया। वारासिवनी की संचेती राइस उद्योग, खैरलांजी की मां दुर्गा राइस मिल व नैतरा की कुमार राइस मिल और उसके गोदामों को सील करने की कार्रवाई की गई है। बैहर की भी पांच राइस मिलों को सील किया गया है।

10 राइस मिलों लक्ष्मी राइस मिल, संचेती सारटेक्स, आकाश इंडस्ट्रीज, तोलानी राइस मिल, महालक्ष्मी राइस मिल खमरिया, सिद्घी विनायक राइस मिल खमरिया, बाबा राइस मिल सावंगी, वीबी राइस मिल गर्रा, मां दुर्गा राइस इंडस्ट्रीज गर्रा, गीता ट्रेडर्स गर्रा सील करने की कार्रवाई गुरवार सुबह की जाएगी। 21 अगस्त को केंद्र सरकार के खाद्य व आपूर्ति मंत्रालय के दल ने बालाघाट जिले की तीन गोदामों सहित मंडला की एक गोदाम के चावल के लॉट में कुल 32 सैंपल लिए थे। इसमें 21 सैंपल जिले के राइस मिलर्स द्वारा कस्टम मिलिंग में सप्लाई किए गए चावल के थे। ये जांच में अमानक पाए गए।

डिप्टी कमिश्नर विश्वजीत हलधर (गुणवत्ता नियंत्रण, भारत सरकार) ने मप्र के प्रमुख सचिव खाद्य व नागरिक आपूर्ति को पत्र लिखकर आठ करो़़ड रपये के 31 हजार क्विंटल चावल के अखाद्य होने के साथ-साथ भे़़ड, बकरी और घो़़डों को खिलाए जाने लायक बताया था। उन्होंने राइस मिलर्स पर कार्रवाई की अनुशंसा भी की थी। पिछले वषर्ष भी बालाघाट जिले से प्रदेश के अन्य स्थानों को भेजी गई चावल की खेप जांच में अमानक पाई गई थी। उस दौरान कुछ राइस मिलों पर कार्रवाई भी की गई लेकिन एक भी राइस मिल को काली सूची में नहीं डाला गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.