देश में बर्ड फ्लू के गहराते संकट के बीच सावधानी जरूरी, जानें किस राज्य की क्या स्थिति?
केंद्र सरकार ने राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी कर पक्षियों की संदिग्ध मौत पर नजर रखने को कहा है। केंद्र ने यह भी पुष्टि की है कि बर्ड फ्लू चार राज्यों में फैला है। राहत की बात यह है कि दिल्ली में बर्ड फ्लू की दस्तक नहीं हुई है।
नई दिल्ली, एजेंसी। बर्ड फ्लू की दस्तक ने देश भर में संक्रमण का एक नया डर पैदा कर दिया है। राजस्थान सहित मध्य प्रदेश, केरल, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में इसके लक्षण कुछ पक्षियों में मिले हैं और कुछ में बर्ड फ्लू की पुष्टि भी हुई है। अभी तक राहत की बात यह है कि दिल्ली में बर्ड फ्लू की दस्तक नहीं हुई है, लेकिन फिर भी बचाव पर अमल करें। पहले से एहतियात बरतें, ताकि किसी भी प्रकार के संक्रमण के खतरे को दूर किया जा सके।
देश में गहराते बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा के संकट को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी कर पक्षियों की संदिग्ध मौत पर नजर रखने को कहा है। केंद्र सरकार ने यह भी पुष्टि की है कि बर्ड फ्लू देश के चार राज्यों में फैला है। जानिए, बर्ड फ्लू को लेकर अभी तक क्या-क्या कदम उठाए गए हैं और किस राज्य में क्या स्थिति है।
केरल (अधिकतर पोल्ट्री), हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में हजारों की संख्या में पक्षियों की मौत हुई। इसकी शुरुआत दिसंबर महीने के आखिर में हुई थी। दूसरी जगहों से उड़कर आने वाले पक्षियों को इस बर्ड फ्लू का कारण माना जा रहा है। सरकार ने स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए नई दिल्ली में एक कंट्रोल रूम बनाया है। सरकार ने बर्ड फ्लू के 12 एपिकसेंटर की पहचान की है। इसमें राजस्था के बारन, कोटा, झालावाड़, मध्य प्रदेश के मंदसौर, इंदौर और मालवा, हिमाचल प्रदेश का कांगड़ा और केरल का कोट्टायम-अलेप्पी शामिल है।
बर्ड फ्लू को लेकर यूपी में अलर्ट, योगी सरकार ने जारी की एडवाइजरी
उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू (Bird Flu) को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है। केरल के अलप्पुझा से शुरू हुए बर्ड फ़्लू के ख़तरे को देखते हुए यूपी के पशुधन विभाग ने पूरे प्रदेश के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। इसमें सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि पक्षियों के पानी पीने के जलाशयों पर नजर रखी जाए। इसके साथ ही कहा गया है कि अगर कोई बाहरी पक्षियों का झुंड पानी पीने के लिए आता है तो उस पर नजर रखी जाए। जलाशयों में पानी पीने के बाद अगर कोई पक्षी मृत पाया जाता है तो फौरन उसको फॉरेंसिक जांच के लिए लैब में भेजा जाए।
मप्र सरकार ने दक्षिण भारत से चिकन आपूर्ति रोकी
मप्र में भी बर्ड फ्लू को लेकर चेतावनी जारी की गई है। प्रदेश के इंदौर और नीमच में मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद संकट और गहराता नजर आ रहा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बर्ड फ्लू पर हम लगातार नज़र बनाए हुए हैं। पोल्ट्री फार्म के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं। कल हमने फैसला किया कि दक्षिण के राज्य जहां से हमारे यहां मुर्गे और मुर्गियां आती हैं उसपर हमने 10 दिन के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। मप्र पशुपालन विभाग ने निदेशक ने बताया कि अब तक राज्य के 8 जिलों में फ्लू पाया गया है। उन्होंने कहा कि हम पोल्ट्री नमूनों से पता लगाएंगे कि इसका स्रोत क्या है।
उत्तराखंड में बर्ड फ्लू संक्रमित राज्यों से मुर्गियों और अंडों के आयात पर लगी रोक
उत्तराखंड में बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए पशुपालन विभाग ने संक्रमित राज्यों से मुर्गियों, चूजों और अंडों के आयात पर रोक लगा दी है। साथ ही किसी पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों में बर्ड फ्लू के लक्षण मिलने पर अंडों व मुर्गियों का क्रय-विक्रय बंद किया जाएगा।
हरियाणा में 20 दिनों में 4 लाख के करीब पक्षी की मौत
अकेले हरियाण के पंचकूला में ही बीते 20 दिनों में 4 लाख के करीब पक्षी मर चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हरियाणा के पंचकूला में भी विशेष टीमों को तैनात किया है।
केरल में बर्ड फ्लू को राज्य आपदा घोषित
केरल के कोट्टायम और अलेप्पी में 69 हजार से ज्यादा पक्षियों (बत्तख और मुर्गा-मुर्गी सहित) को नष्ट किया गया। केरल ने बर्ड फ्लू को राज्य आपदा घोषित कर दिया है और पक्षियों को नष्ट करने के साथ ही स्थिति पर नजर रखने के लिए रैपिड रिस्पॉन्स टीमों को तैनात किया है।
कई राज्यों ने पोल्ट्री उत्पादों के आयात लगाई रोक
देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत के बाद सरकारें अलर्ट हैं। मध्य प्रदेश और हिमाचल के एक-एक जिले में चिकन बिक्री पर रोक भी लगा दी गई है। मध्य प्रदेश ने जहां दक्षिणी राज्यों से पोल्ट्री उत्पादों के आयात पर रोक लगा दी है तो आगर में जिला प्रशासन ने चिकन की बिक्री पर रोक लगा दी है। वहीं, हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा जिले में एवियन फ्लू की पुष्टि के बाद 4 सब डिविजन को सील कर दिया गया है और इलाके में अंडा, मीट, पोल्ट्री उत्पादों और मछलियों की बिक्री रोक दी गई है। आगर देश का पहला जिला बन गया है जिसने मौजूदा बर्ड फ्लू संकट के बाद चिकन की बिक्री पर रोक लगाई है। यहां बुधवार को 77 कौवे और 8 बगुले मृत मिले हैं। इसके बाद म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ने अस्थायी रूप से चिकन बिक्री रोक दी है। इससे पहले मालवा और इंदौर में भी बड़ी संख्या में कौवे मरे हुए मिले थे।