Kangana Ranaut: 'Y' श्रेणी की सुरक्षा मिलने पर बोली कंगना रनोट, अमित शाह ने भारत की एक बेटी के वचनों का मान रखा
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली है। सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय ने कंगना को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी है।
नई दिल्ली, एजेंसी। अभिनेत्री कंगना रनोट को केंद्र सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। यह सुरक्षा उन्हें शिवसेना नेताओं के साथ चल रही तकरार के बाद उनकी मांग पर दी गई है। नई दिल्ली में अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की सुरक्षा पानेवाली वह बॉलीवुड की पहली अभिनेत्री हैं। बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में मुंबई पुलिस की कार्यप्रणाली पर कंगना की टिप्पणी के बाद शिवसेना नेता संजय राउत द्वारा मुंबई आने पर उन्हें 'देख लेने' की धमकी दी गई थी एवं महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने भी उन्हें मुंबई न आने की सलाह दे डाली थी। शिवसेना नेताओं की धमकियों के बीच कंगना ने कहा था कि उन्हें मुंबई पुलिस पर भरोसा नहीं है। उन्हें या तो उनके गृह प्रदेश हिमाचल प्रदेश से सुरक्षा मुहैया कराई जाए या फिर सीधे केंद्र सरकार से।
मनाली में रह रहे कंगना के पिता एवं बहन ने हिमाचल सरकार को चिट्ठी लिख कंगना के मुंबई जाने के दौरान उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की मांग की थी। कंगना ने नौ सितंबर को मुंबई जाने की घोषणा कर रखी है। सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें वाई-प्लस श्रेणी की सुरक्षा देने की घोषणा कर दी है। इसमें सीआरपीएफ के 11 जवान कंगना की सुरक्षा व्यवस्था में रहेंगे, जिसमें दो कमांडो भी शामिल होंगे।
बता दें कि कंगना ट्विटर पर आने के बाद से ही एक बार फिर से चर्चा में हैं। मुंबई पुलिस को लेकर बयान के बाद से कंगना को लेकर शिवसेना हमलावर हो गई है। शिवसेना ने कंगना को लेकर अपने तेवर काफी तीखे कर लिए हैं और इन हालात को देखते हुए कंगना के पिता ने हिमाचल प्रदेश सरकार से पुलिस सुरक्षा की मांग की थी। अब खबर है कि गृह मंत्रालय की ओर से अब कंगना को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है।
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कंगना ने ट्वीट कर खुशी जताई
कंगना ने खुद को मिली इस सुरक्षा को लेकर खुशी जताते हुए गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए लिखा, 'ये प्रमाण है कि अब किसी देशभक्त आवाज़ को कोई फ़ासीवादी नहीं कुचल सकेगा,मैं अमित शाह जी की आभारी हूं। वो चाहते तो हालातों के चलते मुझे कुछ दिन बाद मुंबई जाने की सलाह देते मगर उन्होंने भारत की एक बेटी के वचनों का मान रखा, हमारे स्वाभिमान और आत्मसम्मान की लाज रखी, जय हिंद।'
जानें- क्या है मामला, क्यो हो रहा विवाद
इस सबकी शुरूआत तब हुई थी जब रनोट ने कहा था कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के बाद उन्हें मुंबई में असुरक्षा महसूस होती है। रनोट ने ट्वीट किया था कि मुंबई में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर जैसा महसूस क्यों हो रहा है? उन्होंने एक सितंबर की एक खबर भी टैग की थी, जिसमें राउत ने कथित रूप से कहा था कि रनोट को यदि मुंबई पुलिस से डर है तो उन्हें मुंबई वापस नहीं आना चाहिए। शिवसेना के राज्यसभा सदस्य ने महाराष्ट्र सरकार से मुंबई पुलिस को बदनाम करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की थी। उन्होंने रनोट से कहा था कि वह पीओके की असली स्थिति जानने के लिए पहले वहां का दौरा करें। रनोट ने हाल ही में मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की थी, जिसके बाद उन्हें शिवसेना नेताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ा था।
कंगना बोलीं- किसी के बाप में हिम्मत है तो रोक ले
कंगना रनोट ने ट्वीट किया है, मैं देख रही हूं कई लोग मुझे मुंबई वापस न आने की धमकी दे रहे हैं इसलिए मैंने तय किया है कि 9 सितंबर को मुंबई आऊंगी। मैं मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचकर टाइम पोस्ट करूंगी, किसी के बाप में हिम्मत है तो रोक ले।
राउत ने कहा- मुंबई मराठी मानुष के बाप की ही है
शिवसेना सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि मुंबई मराठी मानुष के बाप की ही है, जिन्हें यह मंजूर नहीं वह अपना बाप दिखाएं। शिवसेना महाराष्ट्र के दुश्मनों का श्राद्ध किए बगैर नहीं रहेगी, प्रॉमिस जय हिंद जय महाराष्ट्र'।
पीओके जाएं, खर्चा हम देंगे
संजय राउत ने कहा कि जिस तरह की भाषा का वह प्रयोग कर रही हैं हम लोग नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह जिस थाली में खा रही हैं, उसी में थूक रही हैं। कुछ राजनीतिक दल उनका समर्थन कर रहे हैं। अगर वह पीओके जाना चाहती हैं तो दो दिन के लिए चली जाएं। हम ही पैसा दे देंगे। एक बार देख लें पीओके क्या है। वहां कैसा माहौल है।