सेंट्रल विस्टा क्षेत्र में प्रत्यारोपित किए जाएंगे 1,753 पेड़, दो हजार पौधे भी रोपे जाएंगे, जानें क्या है योजना
सरकार की महत्वाकांक्षी पुनíवकास योजना के तहत सेंट्रल विस्टा क्षेत्र में कम से कम 1753 नए पेड़ों का प्रत्यारोपण किया जाएगा। साथ ही 2000 पौधे लगाए जाएंगे जो कुछ सालों में पेड़ बनकर इस क्षेत्र को और हरा-भरा बना देंगे।
नई दिल्ली, पीटीआइ। सरकार की महत्वाकांक्षी पुनर्विकास योजना के तहत सेंट्रल विस्टा क्षेत्र में कम से कम 1,753 नए पेड़ों का प्रत्यारोपण किया जाएगा। इसके साथ ही 2,000 पौधे लगाए जाएंगे जो कुछ सालों में पेड़ बनकर इस क्षेत्र को और हरा-भरा बना देंगे। यह जानकारी रविवार को आधिकारिक सूत्रों ने दी। उल्लेखनीय है सेंट्रल विस्टा परियोजना के लिए विपक्षी दलों और कुछ संगठनों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
पर्यावरण की अनदेखी का लगा रहे आरोप
इनमें कुछ कथित पर्यावरणवादी भी शामिल हैं जो परियोजना के लिए पेड़ नष्ट होने का आरोप लगाकर सरकार की लानत मलानत कर रहे हैं। ऐसे लोगों को जवाब देने के लिए सेंट्रल विस्टा क्षेत्र में 1,753 पेड़ों का प्रत्यारोपण करने का फैसला किया गया है।
यह है योजना
सूत्रों ने बताया कि प्रस्तावित योजना के अनुसार, 3,230 पेड़ों को सेंट्रल विस्टा क्षेत्र से हटाकर बदरपुर में एनटीपीसी इको पार्क में प्रत्यारोपित किया जाएगा। इसके लिए पर्यावरण और वन मंत्रालय से आवश्यक मंजूरी के साथ वन विभाग से अनुमति ले ली गई है। प्रत्यारोपण और पौधारोपण के बाद सेंट्रल विस्टा क्षेत्र में पांच सौ से अधिक पेड़ लग जाएंगे।
कुल 36,083 पौधे लगाए जाएंगे
सूत्रों ने कहा कि प्रस्तावित योजना में प्रतिपूरक वृक्षारोपण भी शामिल है। इससे राष्ट्रीय राजधानी के समग्र हरित आवरण में पर्याप्त वृद्धि होगी। सूत्रों ने कहा कि शहर में कुल 36,083 पेड़ (पौधे) लगाए जाएंगे। इससे कुल मिलाकर हरित आवरण में काफी वृद्धि होगी। इसमें बदरपुर के एनटीपीसी इको पार्क में प्रतिपूरक वृक्षारोपण के रूप में लगाए जाने वाले 32,330 पेड़ शामिल हैं।
तैयार किया जा रहा नया संसद भवन
उल्लेखनीय है सेंट्रल विस्टा की परियोजना में एक नया त्रिकोणीय संसद भवन तैयार किया जा रहा है। राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर लंबे राजपथ पर केंद्रीय सचिवालय के अलावा प्रधान मंत्री और उपराष्ट्रपति के नए आवासों का निर्माण भी किया जाएगा। कोरोना महामारी के बीच सेंट्रल विस्टा परियोजना चालू रखनेके कारण सरकार को विपक्ष की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
बनाई जा रही झूठी कहानी
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने विपक्ष की आलोचना करते हुए सोमवार को कहा था कि सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना पर एक झूठी कहानी बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह एक वैनिटी प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि एक आवश्यकता है।