COVID-19 Crisis: लॉकडाउन बढ़ने के बाद श्रमिकों की परेशानी को ध्यान में रखकर मंत्रालय का बड़ा फैसला
लॉकडाउन आगे बढ़ने से सबसे ज्यादा परेशानी उन गरीब मजदूरों को हो रही जिनका घर दैनिक मजदूरी से चलता है।
नई दिल्ली, एएनआई। देश के लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या के बीच लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ाने का फैसला किया गया है। लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का ऐलान पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में किया। लॉकडाउन आगे बढ़ने से सबसे ज्यादा परेशानी उन गरीब मजदूरों को हो रही जिनका घर दैनिक मजदूरी से चलता है।
चूंकि लॉकडाउन के कारण इन्हें काम भी नहीं मिल पा रहा, ऐसे में इन्हें खाने-पीने की जरूरी वस्तुएं जुटाने में भी काफी परेशानी हो रही है। ऐसी स्थिति में श्रम और रोजगार मंत्रालय ने एक अहम पहल की है। श्रम और रोजगार मंत्रालय ने एक ट्वीट करके बताया है कि मंत्रालय ने श्रमिकों की मजदूरी और अन्य मुद्दों से जुड़ी शिकायतों को दूर करने के लिए 20 नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं। श्रमिकों की मजदूरी से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए ऐसा किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में मंगलवार को यह भी कहा कि जो राज्य कोरोना वायरस के खिलाफ सख्ती रखते हुए अपने शहरों, क्षेत्रों में हॉटस्पॉट नहीं बनने देंगे, वहां 20 अप्रैल से जरूरी गतिविधियों की इजाजत दी जाएगी। गौरतलब है कि पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना के खिलाफ भारत की लडाई मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। आप सभी देशवासियो की तपस्या और त्याग की वजह से भारत अब तक कोरोना से होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम करने में सफल रहा है।
देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते हुए 10,000 के पार पहुंच गए हैं। बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस के 1,211 नए मामले सामने आए हैं और 31 लोगों की मौत हुई है। भारत में कोरोना संक्रमण मामलों की संख्या बढ़कर 10,363 हो गई है और अब तक 339 लोगों की इस खतरनाक वायरस से मौत हो चुकी है। हालांकि, थोड़ी राहत वाली खबर यह है कि 1,036 लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं। महाराष्ट्र कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित राज्य है। यहां कोरोना संक्रमण के मामले 2,300 के ऊपर चले गए हैं।