केंद्र सरकार का दावा, कोरोना के इलाज से जुड़ी दवाओं की उपलब्धता और उत्पादन पर खास नजर
रसायन और खाद राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि कोरोना के इलाज से जुड़ीं सभी जरूरी दवाएं देश में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना की सभी आवश्यक दवाओं की आपूर्ति की लगातार निगरानी कर रही है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। रसायन और खाद राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि कोरोना के इलाज से जुड़ीं सभी जरूरी दवाएं देश में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना की सभी आवश्यक दवाओं की आपूर्ति की लगातार निगरानी कर रही है। कोरोना से जुड़ी दवाओं के उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ ही इसका आयात भी किया जा रहा है। सरकार मुख्य रूप से इन दवाओं की कुल मांग, आपूर्ति की स्थिति और उपलब्धता को ध्यान में रखकर अपनी रणनीति बना रही है। इन दवाओं का उत्पादन बढ़ाने के लिए फार्मा विभाग लगातार दवा उत्पादकों के संपर्क में है।
कोरोना से जुड़ीं सभी आवश्यक दवाओं की आपूर्ति पर सरकार की निगरानी
मंडाविया ने बताया कि दवा निर्माता कंपनियों से उनकी उत्पादन क्षमता, अनुमानित उत्पादन व वर्तमान स्टाक की जानकारी ली जा रही है। रेमडेसिविर दवा का उत्पादन पहले 20 प्लांट में किया जा रहा था और अब 60 प्लांट में इस दवा का उत्पादन किया जा रहा है। इस वजह से पिछले 24 दिनों में रेमडेसिविर के उत्पादन में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है।
कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा आइवरमेक्टिन के उत्पादन में एक महीने में पांच गुना बढ़ोतरी हुई है। इस साल अप्रैल में आइवरमैक्टिन का उत्पादन 150 लाख टैबलेट था जो मई में बढ़कर 770 लाख हो गया। फेविरपिराविर का उत्पादन इस साल अप्रैल में 326.5 लाख था जो मई में बढ़कर 1644 लाख हो गया।
मंत्रालय के मुताबिक कोरोना के इलाज से जुड़ी नौ प्रकार की दवाओं की उपलब्धता और उत्पादन पर खास नजर रखी जा रही है। एजिथ्रोमाइसिन और पैरासिटामोल जैसी दवा के उत्पादन और उपलब्धता की भी समीक्षा की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, सरकार आगामी अगस्त तक के लिए कोरोना के इलाज से जुड़ी दवाओं की उपलब्धता का हिसाब रखना चाहती है। इनमें एनोक्सापरिन, डेक्सामेथासोन, टोसिलिजुमाब, एपिक्साबन जैसी दवाएं भी शामिल हैं।