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चक्रवाती तूफान से निपटने और तैयारियों को लेकर केंद्र ने राज्यों के साथ की समीक्षा बैठक, अभी से किया अलर्ट

Cyclone Nivar कैबिनेट सचिवालय ने बताया कि आंध्र प्रदेश तमिलनाडु और पुंडुचेरी के मुख्य सचिवों ने राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (NCMC) को अपनी तैयारियों के बारे में जानकारी दी और उल्लेख किया कि किसी भी घटना को लेकर अधिकारी पूरी तरह से तैयार हैं।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 05:26 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 05:34 PM (IST)
चक्रवाती तूफान से निपटने और तैयारियों को लेकर केंद्र ने राज्यों के साथ की समीक्षा बैठक, अभी से किया अलर्ट
24 से 26 नवंबर के बीच आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों में आने वाला है तूफान

नई दिल्ली, एएनआइ। चक्रवाती तूफान दक्षिण पश्चिम अरब सागर में पश्चिम की ओर से तेजी से बढ़ रहा है। यह चक्रवाती तूफान 24 घंटे के अंदर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों से टकराने वाला है। तूफान से निपटने को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें पूरी तरह से अलर्ट हैं। केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने सोमवार को आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चक्रवाती तूफान से निपटने की तैयारियों और स्थिति की समीक्षा की। राजीव गौबा ने राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (NCMC) की बैठक की अध्यक्षता की जिसमें तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी के शीर्ष अधिकारी जुड़े।

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कैबिनेट सचिवालय ने बताया कि आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुंडुचेरी के मुख्य सचिवों ने राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (NCMC) को अपनी तैयारियों के बारे में जानकारी दी और उल्लेख किया कि किसी भी घटना को लेकर अधिकारी पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने इस चुनौती को पूरा करने के लिए एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय की भी जानकारी दी।

24 से 26 नवंबर के बीच आएगा चक्रवाती तूफान

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक ने तूफान के मौजूदा वर्तमान स्थिति की जानकारी दी। इसके साथ ही संबंधित राज्य सरकारों के साथ स्थिति साझा की है। उन्होंने उल्लेख किया कि चक्रवाती तूफान 24 से 26 नवंबर के बीच आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों को प्रभावित करने वाला है।

मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह

वहीं, वर्चुअल बैठक के दौरान कैबिनेट सचिव ने राज्य अधिकारियों से कहा कि चक्रवात तूफान से निपटने के लिए किसी के जानमाल को कोई नुकसान न हो और प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति को जल्द ही बहाल किया जा सके ऐसी रणनीति बनानी चाहिए। उन्होंने उल्लेख किया कि मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 'कच्चे घरों' में रहने वाले लोगों को तूफान में सुरक्षित रखने के लिए मौजूदा स्थिति के अनुसार उपयुक्त सलाह दी जानी चाहिए।

गृह मंत्रालय, बिजली, दूरसंचार, नागरिक उड्डयन, जहाजरानी, ​​स्वास्थ्य मंत्रालय अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड सदस्य सचिव, एनडीएमए महानिदेशक, एनडीआरएफ और रक्षा मंत्रालय के प्रतिनिधि ने भी एनसीएमसी को संबंधित राज्यों को व्यवस्था और सहायता के बारे में सूचित किया है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 24 नवंबर की शाम तक बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती विक्षोभ यानी 'गंभीर चक्रवाती तूफान' आने की आशंका है। 


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