निर्वाचन आयोग नई तकनीक के जरिए दूर बैठे मतदाताओं को वोटिंग की सुविधा के लिए जल्द शुरू करेगा ट्रायल
11वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर सोमवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त (Chief Election Commissioner) सुनील अरोड़ा (Sunil Arora) ने कहा है कि मतदाताओं के लिए दूरस्थ मतदान सुविधा के ट्रायल जल्द शुरू किए जाएंगे। जानें क्या होगी सहूलियत...
नई दिल्ली, पीटीआइ। मुख्य निर्वाचन आयुक्त (Chief Election Commissioner) सुनील अरोड़ा (Sunil Arora) ने कहा है कि मतदाताओं के लिए दूरस्थ मतदान सुविधा के ट्रायल जल्द शुरू किए जाएंगे। 11वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर सोमवार को अपने संदेश में अरोड़ा ने कहा कि दूरस्थ मतदान को लेकर शोध परियोजना आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल के साथ शुरू की जा चुकी है। इस दिशा में अच्छी प्रगति हुई है जल्द ही ट्रायल शुरू किए जाएंगे।
उन्होंने (Sunil Arora) यह भी कहा कि विदेश में रह रहे भारतीय मतदाताओं को डाक मतदान की सुविधा देने के आयोग के प्रस्ताव पर कानून मंत्रालय विचार कर रहा है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक चुनाव आयोग आईआईटी मद्रास के साथ ऐसी नई तकनीक पर काम कर रहा है जिसके जरिए दूर दराज के क्षेत्रों में रह रहे मतदाताओं को मतदान करने के लिए तय मतदाता केंद्र पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस नई तकनीक के सहारे वे दूर रह कर भी अपना वोट डाल सकेंगे।
निर्वाचन आयोग ने सोमवार को मतदाताओं के लिए एक और अच्छी शुरुआत की। आयोग ने मतदाता फोटो पहचान पत्र का इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप ई-वोटर कार्ड शुरू किया जिसे मोबाइल फोन में सुरक्षित यानी Save करके रखा जा सकता है। इसे कंप्यूटर पर डाउनलोड भी किया जा सकता है। ई-वोटर कार्ड यानी डिजिटल वोटर आईडी पीडीएफ फॉर्मेट में उपलब्ध होगा जिसे संपादित नहीं किया जा सकेगा। जरूरत पड़ने पर मतदाता इसका प्रिंट लेकर काम में ला सकता है।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ई-इपिक कार्यक्रम की शुरुआत की। निर्वाचन आयोग के अधिकरियों ने बताया कि भौतिक कार्ड के प्रिंट होने और मतदाताओं तक पहुंचने में समय लगता है। ऐसे में वोटर कार्ड की त्वरित आपूर्ति और इस तक आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को चुनाव आयोग के वेब रेडियो हेलो वोटर्स के डिजिटल वर्जन की शुरुआत की जिसके जरिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा।