गणित में छात्रों के हितों का ध्यान रखा जाएगा: सीबीएसई
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं कक्षा की गणित की परीक्षा में आए बेहद कठिन प्रश्नपत्र की वजह से परेशान छात्रों को जल्दी ही कुछ राहत मिल सकती है। बोर्ड ने कहा है कि वह इस विषय की कापी जांचे जाने से पहले छात्रों के हितों का ध्यान रखते
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं कक्षा की गणित की परीक्षा में आए बेहद कठिन प्रश्नपत्र की वजह से परेशान छात्रों को जल्दी ही कुछ राहत मिल सकती है। बोर्ड ने कहा है कि वह इस विषय की कापी जांचे जाने से पहले छात्रों के हितों का ध्यान रखते हुए जरूरी कदम उठाएगा।
इस संबंध में बोर्ड की विशेषज्ञ समिति जल्दी ही फैसला करेगी। इस मामले पर बुधवार को संसद में भी काफी हंगामा हुआ। इसके बाद सरकार ने इस पर जांच का भरोसा दिलाया है। हालांकि सीबीएसई ने प्रश्नपत्र लीक होने के आरोप से पूरी तरह इंकार किया है।
ये भी पढ़ें- सीबीएसई गणित का पर्चा आउट होने का अफवाह
सोमवार को हुई गणित की परीक्षा के संबंध में छात्रों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीबीएसई ने बुधवार को कहा है कि विषय के विशेषज्ञों की समिति के सामने पूरी बात रखी जाएगी। छात्रों, गणित के शिक्षकों और परीक्षा से जुड़े अधिकारियों की ओर से इस संबंध में मिली प्रतिक्रिया से भी इसे अवगत करवाया जाएगा। साथ ही इसने कहा है कि कापी जांचे जाने से पहले छात्रों के हितों का ध्यान रखते हुए अनिवार्य कदम उठाए जाएंगे।
हालांकि, इसने मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय को भेजे अपने जवाब में इस प्रश्नपत्र के लीक होने के आरोपों को पूरी तरह निराधार और गलत बताया है। इसने कहा है कि इस संबंध में आ रही सभी खबरें गलत हैं। एचआरडी मंत्रालय ने भी सीबीएसई के इस दावे को मीडिया में जारी किया है।
उधर, संसद में केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच का समर्थन किया है। संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा है कि वे एचआरडी मंत्रालय को इस मामले की जांच करवाने को कहेंगे। इससे पहले कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने यह मामला उठाते हुए कहा कि बेहद प्रतिभाशाली छात्र भी इस प्रश्नपत्र को देख कर बेहद परेशान हो गए थे। ज्यादातर सवाल पाठ्यक्रम से बाहर के थे।
साथ ही प्रश्नपत्र के लीक होने के आरोप भी लग रहे हैं। जवाब में भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने पिछली सरकार के दौरान एचआरडी मंत्रालय के अमेरिका के दबाव में काम करने का आरोप लगा दिया। जब इस मामले पर विवाद बढ़ा तो नायडू ने सरकार की ओर से मामले की जांच का भरोसा दिलाया।
उधर, छात्र इस मुद्दे को ले कर सोशल मीडिया पर भी बेहद सक्रिय हो गए हैं। आनलाइन पेटिशन की वेबसाइट चेंज. आर्ग पर इस संबंध में छात्रों ने कई पेटिशन शुरू कर दिए हैं। इन्हें हजारों लोगों का समर्थन भी मिल रहा है। गुवाहाटी के एक छात्र के ऐसे आनलाइन आवेदन पर तत्काल 13 हजार से ज्यादा लोगों ने दस्तखत कर दिए हैं। इन आवेदनों में छात्रों की मानसिक परेशानी के लिए सीबीएसई को जिम्मेदारी लेने को कहा गया है।