सीबीएसई की पहल: दसवीं से ही छात्रों को स्कूल दिखाएंगे कैरियर की राह
दसवीं कक्षा के बाद छात्रों की रुचि और क्षमता को देखते हुए उनको सही विषय के चुनाव करने में काउंसलर मदद करेगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दसवीं के बाद बच्चों के विषयों के चुनाव को लेकर परेशान अभिभावकों के लिए अच्छी खबर है। उन्हें इससे जुड़ी परेशानी का समाधान अब स्कूल स्तर पर ही मिलेगा। यह उनकी रुचि व क्षमता को देखते हुए सही विषय के चुनाव में मदद करेंगे।
इसके लिए स्कूल स्तर पर तैनात काउंसलर भी उन्हें मदद देंगे। फिलहाल यह सुविधा सीबीएसई से जुड़े सभी सरकारी और निजी स्कूलों में मिलेगी। लेकिन आने वाले दिनों में यह सुविधा सभी बोर्ड के स्कूलों में मुहैया होगी।
केंद्रीय विद्यालय सहित सीबीएसई से जुड़े स्कूलों में अभी यह सुविधा 12वीं की पढ़ाई करने वाले छात्रों को दी जाती थी। इसके तहत उन्हें संबंधित विषयों से जुड़े कैरियर को चुनने में मदद दी जाती है। लेकिन पिछले सालों से यह महसूस किया गया है कि बच्चों को दसवीं के बाद ही कैरियर में आगे बढ़ने के लिए मदद दी जानी चाहिए।
इनमें सही विषयों का ही चुनाव सबसे अहम है। इससे उनका भटकाव 12वीं के बाद काफी हद तक कम हो जाता है। स्कूलों में 11वीं के विषयों के चयन से ही छात्रों के आगे का रूख काफी हद तक साफ हो जाता है। यानि उनका आगे का रास्ता क्या होगा जो विषयों के चयन से काफी हद तक तय हो जाता है। ऐसे में जरूरी होता है कि उन्हें दसवीं पास करने के बाद ही विषयों के चुनाव की सही टिप्स दी जाए।
सीबीएसई ने भी दसवीं पास कर आने वाले बच्चों की मदद के लिए भी कुछ टिप्स जारी की है। जिसमें बच्चों को विषय और उससे जुड़े क्षेत्र के बारे में जानकारी दी गई है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक अभी यह सुविधा केंद्रीय विद्यालयों सहित सीबीएसई स्कूलों में शुरू की गई है, लेकिन जल्द ही यह सुविधा देश भर के दूसरे बोर्ड के सरकारी स्कूलों में मुहैया कराई जाएगी। इसे लेकर राज्यों के साथ बातचीत शुरू की गई है।