CBSE Class 12th Result Updates: जानिए कब आ सकते हैं 12वीं कक्षा के परिणाम, सीबीएसई ने दी जानकारी
CBSE Class 12th Result कोरोना की दूसरी लहर के मद्देनजर 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद कर दी गई थीं। परिणाम सीबीएसई द्वारा घोषित वैकल्पिक मूल्यांकन नीति के आधार पर घोषित किया जाएगा जिसके लिए आंतरिक मूल्यांकन और प्रोजेक्ट सहित दसवीं ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के अंकों पर विचार किया जाएगा।
नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के बारहवीं कक्षा के जो छात्र अपने परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे हैं, उनके लिए नई जानकारी सामने आई है। बारहवीं कक्षा के परिणाम को अंतिम रूप देने की तिथि 22 जुलाई कर दी गई है। बकरीद के अवसर पर 21 जुलाई (बुधवार) को कार्यालय बंद रहने के चलते ये फैसला लिया गया है। यह जानकारी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा दी गई है।
इन दिनों सभी की निगाहें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पर टिकी हुई हैं। सीबीएसई की नई जानकारी के अनुसार कक्षा 12वीं के परिणाम गुरुवार यानी 22 जुलाई को आ सकते हैं। कक्षा 10वीं के परिणामों को आने में अभी कुछ दिन लग सकते हैं। इससे पहले बोर्ड ने कहा था कि जुलाई के मध्य तक कक्षा 10 के परिणाम घोषित किए जाएंगे।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के मद्देनजर 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद कर दी गई थीं। परिणाम सीबीएसई द्वारा घोषित वैकल्पिक मूल्यांकन नीति के आधार पर घोषित किया जाएगा जिसके लिए आंतरिक मूल्यांकन और प्रोजेक्ट सहित दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के अंकों पर विचार किया जाएगा।
मिल रही जानकारी के अनुसार केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं का परिणाम जारी होने में अभी वक्त लग सकता है। 10वीं कक्षा के परिणाम को लेकर पहले सूचना आ रही थी ये 20 जुलाई को जारी किया जाएगा। बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि कुछ स्कूलों ने तय नीति के मुताबिक मूल्यांकन नहीं किया था। स्कूलों ने अनुशोधन (माडरेशन) में सभी छात्रों को सीमा से अधिक अंक दे दिए थे। स्कूलों की इस लापरवाही से सीबीएसई के निष्पक्ष मूल्यांकन पर सवाल उठ सकते थे। लिहाजा, स्कूलों को इन खामियों को दूर कर 17 जुलाई तक दोबारा अंक अपलोड करने को कहा गया था। फिलहाल, बोर्ड को स्कूलों की तरफ से दिए गए अंकों की जांच करने में थोड़ा समय लगेगा।
इस बार 10वीं की परीक्षा में करीब 21.5 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था। बोर्ड ने स्कूलों को पिछले तीन साल के प्रदर्शन में श्रेष्ठ प्रदर्शन को आधार बनाकर परिणाम तैयार करने को कहा था। स्कूलों को इसमें प्री-बोर्ड, मिड टर्म, यूनिट टेस्ट और आंतरिक मूल्यांकन के अंक परिणाम में जोड़ने हैं।