सीबीआइ ने कहा, सुशांत मामले में किसी भी आशंका से इन्कार नहीं, पूरी गहराई से हो रही जांच
फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच कर रही सीबीआइ का कहना है कि अब तक इस मामले में किसी भी आशंका से इन्कार नहीं किया गया है। एजेंसी बेहद व्यावसायिक और गहन तरीके से पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।
नई दिल्ली, एएनआइ। फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच कर रही सीबीआइ का कहना है कि वह बेहद व्यावसायिक और गहन तरीके से पूरे मामले की पड़ताल कर रही है। अब तक इस मामले में किसी भी आशंका से इन्कार नहीं किया गया है। भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी की ओर से विगत 30 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र के संदर्भ में जवाब देते हुए केंद्रीय जांच एजेंसी ने बुधवार को कहा कि मामले की सघन छानबीन जारी है।
सीबीआइ ने कहा कि इस मामले की जांच जब से सीबीआइ ने अपने हाथ में ली है, तभी से अनुभवी जांच अधिकारियों की एक टीम सुशांत सिंह राजपूत की अस्वाभाविक परिस्थितियों में हुई मौत की गहन पड़ताल कर रही है। उल्लेखनीय है कि शुरू से ही इस मामले को लेकर आवाज उठाने वाले सुब्रह्मण्यम स्वामी ने इस मामले की सीबीआइ, ईडी और एनआइए से संयुक्त रूप से जांच कराने की मांग की थी।
सुब्रह्मण्यम स्वामी को बुधवार को लिखे इस पत्र में सीबीआइ अधिकारी नुपूर प्रसाद ने कहा है कि सीबीआइ इस मामले में सघन जांच करते हुए अत्याधुनिक फॉरेंसिक तकनीकों का इस्तेमाल कर रही है। सभी एंगल से जांच की जा रही है और किसी भी पहलू को छोड़ा नहीं गया है। सभी संबंधित गवाहों से पूछताछ की गई है। सीबीआइ ने पत्र में बताया है कि सुशांत का पोस्टमार्टम कूपर अस्पताल के मुर्दाघर में रात में क्यों किया गया, इसकी भी पड़ताल की गई।
सीबीआइ का कहना है कि अटॉप्सी करने वाले सर्जन से मामले पर पूछताछ की गई और अपनाई गई पोस्टमार्टम की कार्रवाई को समझने का प्रयास किया गया। साथ ही सुशांत के परिवार की शिकायतों और अन्य स्वतंत्र स्त्रोतों से मिली जानकारियों को भी खंगाला गया है। उल्लेखनीय है कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का शव संदिग्ध परिस्थितियों में 14 जून, 2020 को मुंबई के बांद्रा स्थित उनके फ्लैट में मिला था।
इसके बाद 25 जुलाई को उनके पिता केके सिंह ने इस मामले में पटना में अभिनेत्री और सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती, उनके पिता इंद्रनील चक्रवर्ती, मां संध्या चक्रवर्ती, छोटे भाई शौविक चक्रवर्ती और सैमुअल मिरांडा व श्रुति मोदी के खिलाफ केस दर्ज कराया था। बिहार सरकार ने छह अगस्त को यह मामला सीबीआइ को सौंपने की अपील की थी। उसके बाद 19 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच को पटना पुलिस से सीबीआइ को सौंप दिया था।