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ट्वीट: 'स्टालिन याद रहे, रॉबर्ट वाड्रा को भूल गए'

डीएमके के केंद्र सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद करुणानिधि के बेटे स्टालिन के घर पर हुई छापेमारी से सरकार की मानसिकता पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। अब यह बहस का विषय बन गया है कि इस छापेमारी में कोई राजनीति है या नहीं। इस मुद्दे पर ट्वीटर पर भी गरमागरम बहस जारी है। इस पर अपनी राय बताने व

By Edited By: Published: Thu, 21 Mar 2013 11:00 AM (IST)Updated: Thu, 21 Mar 2013 01:15 PM (IST)
ट्वीट: 'स्टालिन याद रहे, रॉबर्ट वाड्रा को भूल गए'

नई दिल्ली। डीएमके के केंद्र सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद पार्टी प्रमुख करुणानिधि के बेटे एमके स्टालिन के घर पर हुई छापेमारी से सरकार पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। अब यह बहस का विषय बन गया है कि इस छापेमारी का मकसद राजनीतिक है या नहीं। इस मुद्दे पर ट्विटर पर भी गरमागरम बहस जारी है। इस पर अपनी राय बताने वालों में से ज्यादातर ने इसको राजनीति से प्रेरित माना हैं। आइए जानते हैं कि इस बारे में किसने क्या कहा है:-

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अभिजीत मजूमदार- डीएमके प्रमुख करुणानिधि के बेटे स्टालिन के घर पर उनके सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद हुई छापेमारी बताती है कि इस देश में सीबीआई जैसी जांच एजेंसी को कठपुतली बचाने के लिए क्यों लोकपाल का होना जरूरी है।

ट्रांसफर प्राइसिंग- सीबीआई ने स्टालिन के घर पर कथित तौर पर कस्टम ड्यूटी न चुकाने को लेकर छापा मारा है, लेकिन रॉबर्ट वाड्रा को वह भूल गई है, जो करोड़ों रुपये के भूमि घोटालों में घिरे हुए हैं।

रुचिका तोमर - चिंदबरम यह कहकर अब सरकार का पल्ला साफ कर रहे हैं कि स्टालिन के घर पर हुई छापेमारी की कार्रवाई का डीएमके के समर्थन वापस लेने से कोई लेना-देना नहीं है।

राजेश पद्मार - उधर मंगलवार को डीएमके ने सरकार से समर्थन वापस लिया, वहीं गुरुवार को स्टालिन के घर पर सीबीआई ने छापा मार दिया।

द अनरियल टाइम्स- स्टालिन के घर पर सीबीआई की छापेमारी यूपीए की घटिया मानसिकता को दर्शाती है।

फ‌र्स्ट पोस्ट- स्टालिन ने छापेमारी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है।

हर्षवर्धन- इस छापेमारी से एक बार फिर सीबीआई के गलत इस्तेमाल की बात साफ होती है। एक बार फिर से आंदोलन की जरूरत है।

रचित सेठ- यूपीए में डीएमके की मौजूदगी के समय यदि करुणानिधि की बेटी कानिमोझी जेल जा सकती है तब आज सुबह स्टालिन के घर पर हुई सीबीआई की छापेमारी में क्या राजनीति हो सकती है। जनता पार्टी ने राजीव गांधी के खिलाफ सीबीआई का इस्तेमाल कर छापेमारी करवाई थी, जब वह एक पायलेट थे। वहीं अटल बिहारी वाजपेयी ने भी मायावती के खिलाफ सीबीआई का इस्तेमाल किया था।

साश्वती सरकार- सीबीआई की छापेमारी के बाद एक बार फिर से स्टालिन हीरो बन गए हैं।

विजय- डीआरआई देश के वित्तमंत्री के निर्देशों पर काम करती है।

तेनालीरामा- स्टालिन टू सीबीआई, सॉरी थंबी, मैंने इन विदेशी कारों का इस्तेमाल नहीं किया है। आखिर देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अधिक जो हैं।

टीएस सुधीर- सीबीआई वह कार तलाश रही है जिस पर उन्होंने कस्टम ड्यूटी नहीं चुकाई है। उन्होंने पूछा होगा कितना देती है।

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