राकेश अस्थाना के खिलाफ जांच करने वाले सीबीआइ अधिकारी ने मांगा वीआरएस
सतीश डागर ने यह आवेदन पिछले महीने दाखिल किया था। वरिष्ठ अधिकारियों ने डागर को उनके फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए मनाने का प्रयास भी किया था लेकिन वो नहीं माने।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सीबीआइ के पूर्व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले की जांच करने वाले एजेंसी के अधिकारी सतीश डागर ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) के लिए आवेदन किया है।
सीबीआइ प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि एजेंसी में एसपी सतीश डागर ने निजी आधार पर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया है। सूत्रों ने बताया कि डागर ने यह आवेदन पिछले महीने दाखिल किया था। वरिष्ठ अधिकारियों ने डागर को उनके फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए मनाने का प्रयास भी किया, लेकिन उन्होंने पुनर्विचार से इन्कार कर दिया।
राकेश अस्थाना पर रिश्वत लेने का था आरोप
मालूम हो कि सीबीआइ ने पिछले साल 15 अक्टूबर को अस्थाना के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी। उन पर एक आरोपित से राहत देने के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप था। तत्कालीन सीबीआइ निदेशक आलोक वर्मा और अस्थाना द्वारा एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बाद पिछले साल 23 अक्टूबर को केंद्र सरकार ने मध्यरात्रि में दोनों को जबरन छुट्टी पर भेज दिया था। उसी रात ओडिशा कैडर के 1986 बैच के आइपीएस अधिकारी एम. नागेश्वर राव को केंद्र ने एजेंसी का अंतरिम निदेशक नियुक्त किया था।
नागेश्वर राव ने ही डागर को अस्थाना के खिलाफ जांच में डीआइजी तरुण गौबा और संयुक्त निदेशक वी. मुरुगेसन के साथ शामिल किया था। जबकि उनसे पहले इस टीम में शामिल रहे एके बस्सी का स्थानांतरण पोर्ट ब्लेयर कर दिया था। इससे पहले डागर ने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ भी मामलों की जांच की थी।