दिल्ली-मेरठ का सफर होगा फर्राटेदार
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर छह महीने में काम शुरू हो जाने की उम्मीद है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस बात के संकेत दिए हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर छह महीने में काम शुरू हो जाने की उम्मीद है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस बात के संकेत दिए हैं।
दैनिक जागरण से बातचीत में गडकरी ने कहा कि इस एक्सप्रेस वे के लिए नाप-जोख की प्रक्रिया शुरू हो गई है और अगले छह महीने में निर्माण प्रारंभ हो जाएगा। 73 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे के तहत दिल्ली के निजामुद्दीन ब्रिज से यूपी गेट तक एनएच 24 को आठ लेन से 14 लेन में चौड़ा किया जाएगा, जबकि यूपी गेट से डासना तक चार लेन की सड़क को आठ लेन में बदला जाएगा। उसके आगे मेरठ तक छह लेन की सड़क बनेगी।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने रास्ते में पड़ने वाली संरचनाओं, अतिक्रमण आदि के सर्वे और मूल्यांकन के लिए टेंडर निकाल दिए हैं। लेकिन असली चुनौती परियोजना के लिए बोली लगाने वाली कंपनियों की है जिन्होंने पहले प्रयास में विशेष रुचि नहीं दिखाई है।
इससे पहले एनएचएआइ ने 6,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाले इस एक्सप्रेस वे के निर्माण की इच्छुक कंपनियों से उनकी काबिलियत परखने के लिए आरएफक्यू (रिक्वेस्ट फॉर क्वालिफिकेशन) निविदाएं मांगी थीं। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे बनने के बाद दिल्ली से मेरठ तक की दूरी एक घंटे में तय हो सकेगी। इससे हरिद्वार और देहरादून तक के सफर में भी एक घंटे की कमी आएगी।