Move to Jagran APP

अब चीन से नहीं आएंगे एसी और एलईडी के पुर्जे, कंपोनेंट निर्माण के लिए पीएलआइ स्कीम को कैबिनेट की मंजूरी

वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत में एसी के कारोबार में सालाना 15-20 फीसद की बढ़ोतरी हो रही है। देश में एलईडी लाइट का बाजार भी लगभग उसी तेजी से बढ़ रहा है। देश में सालाना 30 करोड़ एलईडी बल्ब बिकते हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 08:30 PM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 08:30 PM (IST)
अब चीन से नहीं आएंगे एसी और एलईडी के पुर्जे, कंपोनेंट निर्माण के लिए पीएलआइ स्कीम को कैबिनेट की मंजूरी
वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। जल्द ही सोलर फोटोवोल्टिक (पीवी), एसी व एलईडी लाइट निर्माण से जुड़े पुर्जे घरेलू स्तर पर ही बनने लगेंगे। केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को सोलर पीवी, एसी व एलईडी लाइट के कंपोनेंट के निर्माण से जुड़ी उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआइ) योजना को अपनी मंजूरी दे दी। इस मद में सरकार 10,000 करोड़ से अधिक रुपये का इंसेंटिव देगी। सोलर पीवी के घरेलू निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए 4,500 करोड़ रुपये तो एलईडी लाइट व एसी कंपोनेंट के लिए 6,238 करोड़ रुपये की पीएलआइ स्कीम को कैबिनेट की मंजूरी दी गई। 

loksabha election banner

आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत सरकार 13 सेक्टर के लिए पीएलआइ स्कीम की घोषणा कर चुकी है। इनमें से नौ सेक्टर की पीएलआइ स्कीम को कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है। अभी सोलर पीवी के लिए भारत काफी हद आयात पर निर्भर करता है, जिसमें चीन की हिस्सेदारी सबसे अधिक है। वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत में एसी के कारोबार में सालाना 15-20 फीसद की बढ़ोतरी हो रही है। देश में एलईडी लाइट का बाजार भी लगभग उसी तेजी से बढ़ रहा है। देश में सालाना 30 करोड़ एलईडी बल्ब बिकते हैं। इनमें से 90 फीसद बल्ब भारत में बनते हैं, लेकिन उनके कंपोनेंट दूसरे देशों से आते हैं। 

एसी निर्माण के लिए भी कंपोनेंट का आयात होता है। इसलिए अब घरेलू स्तर पर ही एसी व एलईडी कंपोनेंट के उत्पादन के लिए 6,238 करोड़ रुपये की पीएलआइ स्कीम की मंजूरी दी गई है। जल्द ही इस स्कीम की विस्तृत रूपरेखा संबंधित विभाग की तरफ से जारी की जाएगी। पीएलआइ स्कीम पांच वर्षो के लिए होगी और हर वर्ष बिक्री में बढ़ोतरी करने पर चार से छह फीसद तक इंसेटिव दिए जाएंगे। एसी व एलईडी कंपोनेंट से जुड़ी इस पीएलआइ स्कीम से अगले पांच वर्षो में 7,920 करोड़ रुपये के निवेश का अनुमान है। इससे प्रत्यक्ष व परोक्ष रोजगार के चार लाख अवसर पैदा होंगे।

सोलर पीवी विनिर्माताओं को एक पारदर्शी प्रतिस्पर्धी निविदा प्रक्रिया के जरिये चुना जाएगा। सोलर पीवी विनिर्माण संयंत्र की शुरुआत के पांच वर्षो के लिए पीएलआइ का लाभ मिलेगा। यह उच्च कुशलता वाले सोलर पीवी मॉड्यूल की बिक्री पर निर्भर करेगा। मैन्यूफैक्चरर्स को उच्च कुशलता वाले सोलर पीवी मॉड्यूल्स के साथ-साथ घरेलू बाजार से सामग्री खरीदने के लिए लाभ दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.