160 किलो वजन वाले बीएसएफ जवान को प्रशिक्षण पर भेजने की जांच होगी, हो गई थी मौत
बीएसएफ प्रमुख एसएस देसवाल के निर्देश के बाद शारीरिक प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने फिटनेस प्रशिक्षण के दौरान जवान की मौत के मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। जांच समिति इस बात का पता लगाएगी कि 160 किलोग्राम वजन वाले जवान को शारीरिक प्रशिक्षण के लिए कैसे 'उपयुक्त' करार दिया गया। राजस्थान के जोधपुर स्थित प्रशिक्षण केंद्र में 17 जुलाई को कांस्टेबल विनोद सिंह चक्कर खाकर गिर पड़े थे। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
बीएसएफ की तरफ से जारी बयान के अनुसार, कांस्टेबल विनोद 114वीं बटालियन में कार्यरत थे। वह शारीरिक प्रशिक्षण के लिए 15 जुलाई को प्रशिक्षण केंद्र पहुंचे थे। प्रवक्ता ने बताया, 'विनोद का वजन 160 किलोग्राम और बीएमआइ (बॉडी मास इंडेक्स) 52.98 था। इस बात की जांच की जा रही है कि जवान को किन परिस्थितियों में प्रशिक्षण के लिए उपयुक्त घोषित किया गया।'
बीएसएफ प्रमुख एसएस देसवाल के निर्देश के बाद शारीरिक प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। उन्होंने बल के मोटे जवानों के चिह्नित करके उन्हें शारीरिक प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया था। बतौर महानिदेशक देसवाल ने आइटीबीपी में भी इस योजना को लागू किया है। हाल ही में फोर्स ने 105 किलो से ज्यादा वजन वाले जवानों को दुर्गम क्षेत्रों से इतर तैनात किए जाने का निर्देश जारी किया है।
त्रिपुरा में बीएसएफ के 100 से ज्यादा जवाना कोरोना पॉजिटिव
त्रिपुरा में कोविड-19 के 223 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से 101 नए मामले बीएसएफ कर्मियों के हैं। मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने कहा कि राज्य में संक्रमित लोगों की कुल संख्या 2892 हो गई है। उन्होंने रविवार देर रात बताया कि नए मामलों में छह वे लोग हैं जो विमान से राज्य लौटे हैं। कोविड-19 रोगियों के संपर्क में आने के बाद हुई जांच में तीस लोग पॉजिटिव पाए गए। 179 लोग एंटीजन जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं। केवल आठ ही ऐसे नए रोगी हैं जिनमें लक्षण पाए गए हैं। बीएसएफ ने कहा कि नए संक्रमित कर्मियों का राज्य मुख्यालय में स्थापित कोविड अस्पताल में इलाज चल रहा है। बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा कि हमारा अस्पताल ऐसे रोगियों की चिकित्सा करने के लिए सक्षम है। बीएसएफ कर्मी छुट्टियों में घर गए थे और लौटे हैं। कई दूसरी जगह से स्थानांतरित हो कर आए हैं, इसलिए संक्रमण का खतरा है।