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एयर एशिया का विमान हुआ बर्ड हिट का शिकार, बाल-बाल बचे 200 यात्री

एयर एशिया का विमान दिल्ली से रांची आने के दौरान बर्ड हिट का शिकार हो गया। इस हादसे में विमान में मौजूद यात्री बाल-बाल बचे।

By Edited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 07:46 AM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 10:43 AM (IST)
एयर एशिया का विमान हुआ बर्ड हिट का शिकार, बाल-बाल बचे 200 यात्री
एयर एशिया का विमान हुआ बर्ड हिट का शिकार, बाल-बाल बचे 200 यात्री

रांची, जागरण संवाददाता। एयर एशिया का विमान दिल्ली से रांची आने के दौरान लैंडिंग के क्रम में बर्ड हिट का शिकार हो गया। इस हादसे में विमान के पंखों को नुकसान पहुंचा है। पायलट ने विमान को सुरक्षित रन-वे पर उतार लिया। विमान में लगभग 200 यात्री सवार थे।

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विमान को रांची से कोलकाता जाना था। इस दौरान खराबी आने के कारण विमान के रन-वे पर काफी देर तक खड़े रहने से परेशान यात्रियों ने हंगामा किया। उनके हंगामा किए जाने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी के द्वारा बेंगलुरु से देर रात वैकल्पिक विमान मंगवा कर यात्रियों को गंतव्य तक भेजा गया। इधर एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना है कि तकनीकी खराबी के कारण विमान में समस्या हुई।

सुरक्षा के इंतजामों पर ही उठ रहे सवाल
एयरपोर्ट पर समय-समय पर बर्ड हिटिंग से जुड़ी घटनाएं होती रही हैं। इसी साल दो अप्रैल को भी इंडिगो का विमान बर्ड हिट का शिकार होते-होते बचा था। रात 8 बजकर 45 मिनट के आसपास जब इंडिगो का विमान राची एयरपोर्ट पर लैंड कर रहा था तो एक पक्षी विमान से टकरा गया था। वहीं जुलाई में भी राची से बेंगलुरु उड़ान भर रहे गो एयरवेज के विमान से पक्षी टकरा गया था। इसके बाद विमान की तत्काल इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। विमान में 161 यात्री सवार थे।

नहीं किया है विशेष इंतजाम
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने रात में विचरण करने वाले पक्षियों से विमान की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किए हैं। ऐसे में बर्ड हिटिंग से बड़ी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। वैसे इस मामले में बात करने पर एयरपोर्ट के अधिकारी भी बर्ड हिटिंग जैसी घटना से साफ इनकार भी कर देते हैं।

मास, मछली की गंध से पक्षी होते हैं आकर्षित
एयरपोर्ट के आसपास मास और मछली की दुकान बर्ड हिट का सबसे बड़ा कारण मानी जाती है। एयरपोर्ट के तीन किमी का दायरा मास बिक्री के लिए प्रतिबंधित होता है, लेकिन बिरसा चौक, विधानसभा के पास, सेक्टर टू मार्केट, हिनू चौक, डोरंडा, आदि क्षेत्रों में खुले में मास-मछली बिकते हैं। जिसकी गंध पाकर पक्षी इस ओर आकर्षित होते हैं। नियमित खुराक मिलने के कारण पक्षी एयरपोर्ट के आसमान में मंडराते रहते हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी और निगम की इंफोर्समेंट की टीम समय-समय पर प्रतिबंधित क्षेत्र में खुले में मास, मछली बेचने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर जुर्माना भी वसूलती है, लेकिन मास मछली की दुकान पहले की तरह फिर से सज जाती है। जिससे बर्ड हिटिंग की संभावना हमेशा बनी रहती है।


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